स्वस्थ दिल के लिए नट्स का सेवन करना एक बेहतर विकल्प होता है और बादाम उनमें से एक है। एक शोध के अनुसार, अपनी डाइट में बादाम का सेवन करना डिसलिपिडेमिया के खतरे को कम करता है। डिसलिपिडेमिया कार्डियोवस्कुलर डीजिज के खतरे को कम करता है। यह समस्या शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और हाई ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर बढ़ने के कारण होता है। ट्राइग्लिसराइड्स हमारे ब्लड में पाया जाता है और इसका बेहतर होना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है।

बादाम में विटामिन-ई, एंटीऑक्सीडेंट, पॉलीफेनॉल और मिनरल्स होता है जो एलडीएल के ऑक्सीडेशन को कम करता है और हृदय रोग की समस्याओं को भी कम करता है। बादाम में मोनोसेचुरेटेड और पॉलीसेचुरेटेड फैट होता है जो गुड फैट होते हैं। कुछ शोध ने ऐसा भी कहा है कि बादाम का सेवन ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है। एक शोध में यह भी पाया गया है कि कई लोगों के शरीर में लो एचडीएल लेवल कम होता है और अगर ऐसे लोग बादाम का नियमित सेवन करते हैं जो उनका एचडीएल लेवल बढ़ता है और उसपर सकारात्मक प्रभाव भी बढ़ता है।

आल्मंड बोर्ड ऑफ कैलिफॉर्निया के एक शोध में कहा गया है कि रोजाना 45 ग्राम बादाम का सेवन डिसलिपिडेमिया के खतरे को कम करता है और उसके लक्षण को भी कम करता है। बादाम का सेवन ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बेहतर करता है। लेकिन ध्यान रहे कि यदि आप जरूरत से ज्यादा बादाम का सेवन करते हैं जो इससे आपके हृदय रोग के बढ़ने की समस्या अधिक हो जाती है और साथ ही वजन भी अनियमित रूप से बढ़ने लगता है।