पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। खराब डाइट जैसे प्रोसेस फूड का सेवन, अत्यधिक वसा और तेल का सेवन, चीनी का अधिक सेवन, पोषण की कमी वाले खाद्य पदार्थ, कम फाइबर और कम प्रोटीन वाले फूड और नमक का ज्यादा सेवन करने से पाचन तंत्र प्रभावित होता है और पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती है। कुछ लोगों का पाचन इतना ज्यादा सेंसिटिव होता है कि उन्हें कुछ भी खाने पर गैस, एसिडिटी और अपच जैसी दिक्कत होने लगती है। पाचन से जुड़ी इन परेशानियों को दूर करने के लिए लोग जिस तरह खाना खाते हैं उसी तवज्जो से दवाओं को भी फांकते हैं। गैस की दवाओं की मदद से लोग पाचन को दुरुस्त करते हैं।
लंबे समय तक गैस की दवाओं का उपयोग करने से पाचन तंत्र की दवाओं पर निर्भर बढ़ जाती है और आंत में बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ सकता है। अगर आप भी पाचन से जुड़ी समस्या से जूझ रहे हैं तो दवाओं की जगह देसी नुस्खों को अपनाएं।
खाने के बाद गैस की गोली खाने के बजाए आप पान का पत्ता चबाएं। कत्था चूना और सुपारी के साथ एक पान अगर खाने के बाद खा लिया जाए तो पेट में बनने वाली गैस, एसिडिटी और अपच का इलाज किया जा सकता है। ये पान आपके खाने को हजम करेगा और पाचन तंत्र को दुरुस्त करेगा। सद्गुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक पान में अद्भुत शक्ति है जो पाचन को दुरुस्त कर सकती है। आइए सदगुरु से जानते हैं कि पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में पान का पत्ता कैसे असर करता है।
पान का पत्ता पाचन को कैसे दुरुस्त करता है?
सदगुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक पान के पत्ते का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। ये पत्ता बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। अगर किसी को सांप काट लेता है तो तुरंत इस पत्ते को चबा लें इसमें काफी हद तक सांप का जहर कम करने की ताकत है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए इस पत्ते में कई प्राकृतिक गुण मौजूद होते हैं जो पाचन को नेचुरल तरीके से सुधारते हैं।
पाचन एंजाइमों होते हैं सक्रिय
पान का पत्ता अगर खाने के बाद चबा लिया जाए तो ये पत्ता लार का उत्पादन करता है जो भोजन को पचाने में मदद करती है। लार का उत्पादन होने से पाचन प्रक्रिया तेज होने लगती है। ये पत्ता पेट में गैस के बुलबुले तोड़ने और गैस को बाहर निकालने में मदद करता है।
पेट दर्द और ऐंठन को करता है कंट्रोल
पान के पत्ते को खाने के बाद चबाने से पेट में दर्द और ऐंठन दूर होती है। ये पत्ता मांसपेशियों को आराम देता है और दर्द का इलाज करता है।
पान का पत्ता आंतों की करता है सफाई
खाने के बाद इस पत्ते को चबा लेने से आंतों की सफाई हो जाती है। ये पत्ता मल को सॉफ्ट करता है, कब्ज को दूर करता है और आंतों में जमा सारी गंदगी को बाहर निकालता है। ये पत्ता पेट की एसिडिटी को बैलेंस करता है और पेट की लेयर की सुरक्षा करता है।
खाना तुरंत पचाता है
खाने के बाद अगर आप तुरंत गोली खाते हैं या चूर्ण फांकते हैं तो आप अपनी इस आदत को बदल लें। आप खाने के बाद तुरंत पान खाने की आदत डालें। पान का पत्ता तुरंत खाना पचाने की ताकत रखता है। खाने के बाद पान चबाने से पेट में भारीपन कम होता है और भोजन जल्दी पचता है।
पाचन तंत्र में संक्रमण का टलता है खतरा
पान में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो पेट और आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया और संक्रमण को रोकते हैं। खाने के बाद पान चबाने से पाचन तंत्र में किसी भी तरह का संक्रमण नहीं होता।
पत्ते के पत्ते का सेवन कैसे करें
पान के पत्ते के संपूर्ण फायदे लेना चाहते हैं तो आप पान का पत्ता लम्बाई में नहीं काटें। इस पत्ते का पूरा सेवन करें आपको पूरा फायदा मिलेगा। खाने के बाद पान के पत्ते का सेवन करने से लार बढ़ती है जो पाचन में मदद करती है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए आप पान के साथ अजवाइन और सौंफ को मिक्स करके खाएं। सौंफ के साथ पान का सेवन क्रोनिक पाचन की समस्या को भी दूर कर देता है।
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