डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना और डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। डाइट में रोटी हमारा अहम खाना है जिसे हम दिन भर के खाने में दो से तीन बार खाते हैं। शहरों में अधिकतर लोग रोटी बनाने के लिए रिफाइंड गेहूं के आटे का इस्तेमाल करते हैं, जो पाचन और ब्लड शुगर नियंत्रण के लिहाज से उचित नहीं होता।
रिफाइंड आटे में फाइबर की मात्रा लगभग न के बराबर होती है क्योंकि इसमें चोकर और भूसी निकाल दी जाती है। ऐसे आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) अधिक होता है, जिसका मतलब यह है कि यह आटा जल्दी पचता है और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ा देता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह खासा नुकसानदायक साबित हो सकता है क्योंकि इससे उनका शुगर नियंत्रण बिगड़ सकता है।
अगर आप ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो गेहूं के आटे के साथ चोकर (फाइबर) और मेथी दाने का आटा मिलाकर सेवन करें। मेथी दाना एक ऐसा मसाला है जो औषधीय गुणों से भरपूर है। मेथी दाने को सुखाकर बारीक पीसकर उसका आटा तैयार किया जाता है, जिसे गेहूं के आटे में मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। मेथी दाना फाइबर से भरपूर होता है, जो भोजन में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स के पचने की गति को धीमा कर देता है। इससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है और अचानक उछाल नहीं आता।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया गेहूं का रिफाइंड आटा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जो बॉडी में तेजी से ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाता है। इस आटे की रोटी खाने के बाद ब्लड शुगर 400 को भी पार कर सकता है। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप गेहूं के आटे का सेवन कर रहे हैं तो उसमें मेथी दाना का आटा मिक्स करके खाएं आपकी रोटी डायबिटीज फ्रेंडली बन जाएगी। आइए जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों के लिए गेहूं के आटे में मेथी दाना मिक्स करके कैसे शुगर कंट्रोल रहती है।
मेथी दाना का आटा कैसे शुगर को कंट्रोल करता है?
अगर आप गेहूं के आटे का सेवन कर रहे हैं तो उसे चोकर के साथ खाएं। चोकर फाइबर है जो धीरे-धीरे पचता है और ब्लड शुगर का स्तर भी धीरे-धीरे बढ़ता है। डायबिटीज मरीज कार्ब्स के सेवन को कंट्रोल करके ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल कर सकते हैं। गेहूं के आटे में अगर मेथी दाना को पीसकर उसका आटा बनाकर मिक्स करके खाया जाए तो आपकी ब्लड शुगर खाने के बाद भी नॉर्मल रहेगी।
मेडिकल रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि मेथी दाना इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाता है, यानी शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को बेहतर तरीके से उपयोग कर पाती हैं। इससे ब्लड शुगर नियंत्रण में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीज अगर नियमित रूप से गेहूं के आटे में मेथी दाने का आटा मिलाकर बनी रोटी खाते हैं, तो उनका शुगर लेवल स्थिर रहता है और दवाओं पर निर्भरता कम हो सकती है।
मेथी दाने के आटे का उपयोग कैसे करें?
शुगर कंट्रोल के लिए आप गेहूं के आटे में मेथी दाने का आटा मिलाकर रोटी बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक कप गेहूं के आटे में एक चम्मच मेथी दाने का पाउडर अच्छी तरह मिलाएं। इसमें पानी डालकर नर्म आटा गूंथ लें। इस आटे से रोटी बनाकर दिन में दो बार खाने से खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है। मेथी दाना की रोटी खाने से न सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल रहती है बल्कि पाचन भी दुरुस्त रहता है।