भारतीय घरों में गोभी का इस्तेमाल कई तरह के खाद्य पदार्थों, जैसे- सब्जी, पकौड़े और पराठे आदि बनाने में किया जाता है। गोभी, एक तरह की सब्जी है, जो आपको हर मौसम में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। हालांकि सर्दियों के मौसम में लोग गोभी को बड़े ही चाव से खाते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर गोभी में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी और पोटैशियम की भी अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। गोभी स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद है लेकिन एक्सपर्ट्स कुछ बीमारियों में गोभी का सेवन करने से परहेज करते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ बीमारियां हैं, जिनसे पीड़ित मरीज अगर गोभी का सेवन लें तो उनकी यह समस्या और अधिक बढ़ जाती है।

थायराइड: थायराइड के मरीजों को गोभी का भूलकर भी सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि गोभी टी 3 और टी 4 हार्मोन्स को बढ़ा देती है, जिससे सूजन और दर्द की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए विशेषज्ञ थायराइड के मरीजों को गोभी से परहेज करने की सलाह देते हैं।

पथरी: बॉडी में पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम और शुगर की कमी के कारण किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है। केवल इतना ही नहीं, कई बार डिहाइड्रेशन की वजह से भी किडनी में पथरी हो जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन लोगों को गाल ब्लैडर या फिर किडनी में पथरी होती है, उन्हें फूल गोभी के सेवन से परहेज करना चाहिए।

क्योंकि गोभी में कैल्शियम की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है। पथरी की समस्या से ग्रसित लोग अगर गोभी का सेवन करते हैं तो उनमें यह समस्या तेजी से बढ़ सकती है। साथ ही बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर भी बढ़ जाता है, जिससे जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है।

एसिडिटी: विशेषज्ञ बताते हैं कि गैस या फिर कब्ज की समस्या में भी गोभी का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि गोभी में कार्ब्स मौजूद होते हैं, जो आसानी से पच नहीं पाते। इसलिए गैस की परेशानी में भी गोभी खाने से परहेज करना चाहिए।