अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान के चलते पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हो चुकी हैं, जिसके चलते पेट सही से साफ नहीं पाता और अपच से लेकर कब्ज की समस्या बन जाती है। अक्सर लोगों को सुबह उठते ही वॉशरूम जाने का मन करता है, लेकिन पेट पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता। ऐसे में पेट खराब होना, गैस, पेट दर्द, सुस्ती जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। यह एक आम समस्या होने के साथ-साथ लोगों को परेशान भी बहुत करती है। हालांकि, पेट से जड़ी इन समस्याओं का मुख्य कारण डाइट में फाइबर की कमी, कम पानी पीना, एक्सरसाइज न करना या फिर लगातार तनाव में रहना आदि है। योग विशेषज्ञ कामिनी बोबडे ने कब्ज से निजात पाने के लिए बेहद अनोखे और असरदार तरीके बताए हैं।

योग विशेषज्ञ कामिनी बोबडे के मुताबिक, आज के समय में कब्ज की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। कई लोग इस समस्या के लिए दवा लेते हैं, लेकिन इसे नियमित रूप से लेना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। ऐसे में अगर आप रोज सुबह सिर्फ 10 मिनट का समय दें, तो घर पर ही योग करके इस समस्या को आसानी से दूर रखा जा सकता है।

मलासन

सुबह उठकर खाली पेट मलासन में बैठना बहुत फायदेमंद होता है। बैठने की इस मुद्रा का सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। मलासन करने से आंतों पर दबाव बनता है, जिससे मल त्याग आसान हो जाता है। इस आसन में बैठने से शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और कब्ज की समस्या दूर होती है।

जॉगिंग

सुबह उठते ही पेट साफ करने के लिए जॉगिंग करना लाभकारी साबित हो सकता है। ऐसे में योगा मैट पर या घर पर ही एक ही जगह पर 1-2 मिनट जॉगिंग करें। सुबह शरीर को हिलाने-डुलाने से आंतों की गति भी सक्रिय होती है। इससे पेट में भोजन को आगे बढ़ने में मदद मिलती है और पाचन क्रिया बेहतर होती है। सुबह के समय यह क्रिया करने से आप पूरे दिन हल्का महसूस कर सकते हैं।

ताडासन

रोजाना ताडासन करने से पेट से लेकर सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं। ताड़ासन करने से शरीर सीधा और तना हुआ रहता है और पेट पर दबाव कंट्रोस रहता है। जब आप हाथ ऊपर करके खड़े होते हैं, तो शरीर में एक तरह का खिंचाव महसूस होता है, जिसका असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। इस आसन को 10 बार करने से पेट में जमा गैस और मल आसानी से निकल जाता है। इसे नियमित रूप से करना शरीर के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है।

त्रियका ताड़ासन

ताड़ासन के अगले चरण, त्रियाक ताड़ासन में शरीर को दाएं और बाएं घुमाना शामिल है। इस क्रिया से पेट के दोनों ओर उचित मात्रा में दबाव पड़ता है। इससे आंतों में रुकावट दूर होती है और मल त्याग आसान हो जाता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जिन्हें हर सुबह मल त्याग नहीं होता।

वहीं, बारिश के मौसम में बीमार नहीं पड़ना, तो आपको अपनी थाली में शामिल करनी चाहिए कुछ खास मौसमी सब्जियों को खाना चाहिए। इससे न केवल इम्यून सिस्टम को बूस्ट होता है, बल्कि शरीर के हर अंग को मजबूती मिलती है।