सर्दियों का मौसम आते ही पुराने दर्द और जोड़ों में दर्द होने लगता है, जिसके चलते कामकाज से लेकर उठना-बैठना भी प्रभावित हो जाता है। ऐसे ही जोड़ों में दर्द होने का एक कारण यूरिक एसिड का बढ़ना भी होता है। यूरिक एसिड एक ऐसी समस्या है, जो एक बार बढ़ जाए तो कई स्वास्थ्य समस्या पैदा करना शुरू कर देता है। शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी स्टोन, गठिया (Gout), जोड़ों में दर्द आदि जैसी दर्दनाक समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। यूरिक एसिड से परेशान लोगों को अपने खानपान पर खास ध्यान रखना पड़ता है।

कैसे बढ़ता है यूरिक एसिड

दरअसल,  यूरिक एसिड बॉडी में जमा गंदगी है जिसे किडनी फिल्टर करके शरीर से आसानी से बाहर निकाल देती है, लेकिन खाने में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का अधिक सेवन करने पर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, क्योंकि ये प्यूरीन छोटे-छोटे कणों में टूटकर शरीर में जमा होने लगते हैं और किडनी अधिक प्यूरीन होने के चलते इसे पूरी तरह से बाहर नहीं निकाल पाती और ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं।

हालांकि, यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। लेकिन, यूरिक एसिड में खाने का खास ध्यान रखना पड़ता है। प्रोटीन वाले फूड्स में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में इन फूड्स का बहुत अधिक सेवन करने पर यूरिक एसिड खून में जमा हो जाता है। इससे कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

शरीर में किनता होना चाहिए यूरिक एसिड

यूरिक एसिड 6.8 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर रक्त (मिलीग्राम/डीएल) से कम होना चाहिए। इससे अधिक कुछ भी हाइपरयूरिसीमिया की कमी माना जाता है। इससे गाउट यानी गठिया की समस्या हो सकती है।

यूरिक एसिड में इन चीजों नहीं खाना चाहिए

यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित को लाल मांस से दूरी बना लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा नॉन-वेज ऑर्गन फूड जैसे लिवर और किडनी में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।

ये ड्रिंक्स नहीं पीनी चाहिए

यूरिक एसिड ज्यादा नहीं बढ़े इसके लिए सोडा और प्रोसेस्ड जूस नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इसमें फ्रुक्टोज होता है। इससे यूरिक एसिड का अत्यधिक उत्पादन होता है।

अधिक चीनी का सेवन

अधिक चीनी का सेवन करने पर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इसके अलावा अधिक चीनी स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकती है। इससे शुगर की समस्या भी बढ़ सकती है।

यूरिक एसिड को कम करने के लिए फूड्स

  • हाई फाइबर युक्त फलों और सब्जियों में प्यूरीन कम होता है, इससे किडनी हेल्दी रहती।
  • ब्राउन चावल, जई और जौ फाइबर से भरपूर होते हैं।
  • पर्याप्त पानी का सेवन

यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी स्टोन, गठिया और जोड़ों में दर्द आदि जैसी दर्दनाक समस्या हो जाती है। एक्सपर्ट ने यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय बताए हैं।