शरीर जब अंदरूनी रूप अनहेल्दी होता है, तो बाहरी रूप से उस समस्या के कुछ संकेत बताता है, जिसे समय रहते पहचाना जरूरी है। इसी तरह अलग-अलग बीमारियों के संकेत नाखूनों पर दिखाई देते हैं। साफ और सुंदर नाखून हाथों की खूबसूरती बढ़ाते हैं, लेकिन अगर नाखून खराब होने लगें, टूटने लगें, काले या पीले पड़ जाएं या नाखूनों पर लकीरें दिखने लगे तो यह सामान्य बात नहीं है। ऐसे नाखून न सिर्फ दिखने में खराब लगते हैं, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी की ओर कई बीमारियों के संकेत भी देते हैं। मेट्रो अस्पताल, नोएडा, त्वचाविज्ञान, वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. आलिया अब्बास रिजिवी ने बताया कि नाखूनों पर दिखाई देनी वाली लकीरें किन बीमारियों के संकेत होते हैं।

डॉ. आलिया अब्बास रिजिवी के मुताबिक, नाखूनों पर लकीरें दिखने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें बढ़ती उम्र, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं या शरीर में किसी खास पोषक तत्व की कमी शामिल हो सकती है। दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ शरीर में पोषण की कमी होने लगती है, जिससे ऐसी स्वास्थ्य स्थितियां और पोषण संबंधी कमियां हो सकती हैं। ऐसे में नाखूनों पर दिखाई देने वाली लकीरों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

खड़ी या सीधी रेखाएं

अगर आपके नाखूनों पर सीधी रेखाएं आने लगी हैं जो हल्की हैं, तो ये रेखाएं उम्र बढ़ने के साथ आम हैं। इन्हें खतरनाक नहीं माना जाता है, लेकिन अगर रेखाएं बहुत गहरी हैं और इसके साथ ही नाखून टूट रहे हैं या उनका रंग खराब हो रहा है, तो यह शरीर में किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। कई बार एक्जिमा, बहुत रूखी त्वचा या हाइपोथायरायडिज्म जैसी समस्याओं के कारण नाखून मोटे या पतले हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। इससे नाखून आसानी से टूट सकते हैं। लाइकेन प्लेनस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें नाखूनों पर रेखाएं दिखाई दे सकती हैं। ये तनाव या किसी बीमारी के कारण भी बढ़ सकती हैं।

सफेद रेखाएं दिखना

इसे मेडिकल भाषा में ल्यूकोनीचिया स्ट्रिएटा कहते हैं। ये रेखाएं माइक्रोट्रामा, ऑनिकोमाइकोसिस या वंशानुगत बीमारियों के कारण दिखाई दे सकती हैं। अगर रेखाएं बढ़ रही हैं, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

काली या भूरी रेखाएं

कुछ लोगों के नाखूनों पर काली या भूरी रेखाएं बन जाती हैं। इन्हें मेलानोनीचिया के नाम से जाना जाता है। नाखूनों पर ये रेखाएं चोट, संक्रमण या दवा के कारण भी हो सकती हैं।

काली रेखाएं

नाखूनों पर काली रेखाएं शरीर में विटामिन सी, जिंक और अन्य पोषक तत्वों की कमी का संकेत देती हैं। इसके लिए पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें। अगर, नाखूनों की रेखाओं से खून बह रहा हो या दर्द हो रहा हो तो डॉक्टर से सलाह लें।

सफेद रेखाएं या पट्टियां

इन्हें मीस लाइन्स कहते हैं। अगर आपको अपने नाखूनों पर ऐसी रेखाएं या हल्की पट्टियां दिखें, तो इसे हल्के में न लें। यह आर्सेनिक विषाक्तता या किडनी फेलियर जैसी स्वास्थ्य स्थिति का लक्षण भी हो सकता है।

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