फैटी लिवर एक ऐसी परेशानी है जिससे युवाओं से लेकर बच्चे तक प्रभावित हो रहे हैं। मेडिकल साइंस का मानना है कि दुनिया की 25 फीसदी आबादी फैटी लिवर से पीड़ित है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण हाई कैलोरी डाइट का सेवन करना है। फैटी लिवर दो तरह का होता है एक एल्कोहलिक फैटी लिवर और दूसरा नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर। फैटी लिवर एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें लिवर में फैट या चर्बी जमा हो जाती है। एल्कोहलिक फैटी लिवर शराब का ज्यादा सेवन करने, अनावश्यक दवाइयों का सेवन, कुछ तरह के वायरस इंफेक्शन जैसे हेपेटाइटिस सी से होता है। नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर की परेशानी ज्यादा ऑयली फूड  का सेवन करने से, बाहर का खाना खाने से होती है।

गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल कानपुर में वरिष्ठ गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, हेपेटोलॉजिस्ट और एंडोस्कोपिस्ट डॉ. विनोद के.मिश्रा ने बताया फैटी लिवर की परेशानी उन 4 लोगों को ज्यादा होती है जो मोटे होते हैं, जिनका लाइफस्टाइल सेडेंटरी है, जो प्रोसेस फूड का ज्यादा सेवन करते हैं और टाइप-2 डायबिटीज मरीजों को इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है।

फैटी लिवर का इलाज करना है तो डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके न सिर्फ लिवर के फैट को कंट्रोल किया जा सकता है बल्कि इस बीमारी को रिवर्स भी किया जा सकता है। इस बीमारी से बचाव करने के लिए सबसे पहले उन फूड्स से परहेज करें जो फैटी लिवर का कारण बनते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड हैं जो लिवर को फैटी बनाते हैं।

अल्कोहल से करें परहेज

लिवर के फैटी होने का सबसे बड़ा कारण अल्कोहल का सेवन करना है। फैटी लिवर की बीमारी के लिए अल्कोहल का सेवन सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। अल्कोहल का सेवन करने से लिवर फैटी होता है और लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। जैसे ही अल्कोहल प्रोसेस होता है ऐसे पदार्थ उत्पन्न करता है जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

 चीनी का सेवन बनाता है लिवर को फैटी

चीनी का सेवन आपके लिवर पर फैट बढ़ाता है। चीनी में फ्रुक्टोज मौजूद होता है जिसे लिवर वसा में बदल देता है और फैट के रूप में जमा कर लेता है। चीनी का ज्यादा सेवन नॉन-अल्कोहल फैटी लिवर डिजीज का कारण बन सकता है। शुगर का ज्यादा सेवन ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ाता है। कैंडी, कुकीज, कोल्ड ड्रिंक का सेवन आपके लिवर को फैटी बना सकता है।

डीप फ्राइड फूड लिवर को बनाते हैं फैटी

डीप फ्राइड फूड का सेवन करने से लिवर फैटी होता है। इन फूड्स में हाई कैलोरी, सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट होता है जो बॉडी में कैलोरी का स्तर बढ़ाते हैं। ये दोनों फैट बॉडी के लिए बहुत खतरनाक होते हैं जो लिवर में फैट को डिपॉजिट करते हैं। बाजार में मिलने वाले स्नैक्स, समोसे, आलू बोंडा और ब्रेड पकोड़े का सेवन तेजी से लिवर पर फैट बढ़ाते हैं। ये सभी फूड डबल फ्राई होते हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं।

नमक से बनाएं दूरी

नमक का ज्यादा सेवन करने से बॉडी में वाटर रिटेंशन का खतरा बढ़ने लगता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक इंसान को 24 घंटे में 1500 मिलीग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। नमक का ज्यादा सेवन आपके लिवर की सेहत को बिगाड़ रहा है।

सफेद ब्रेड से करें परहेज

सफेद अनाज जिसे बहुत ज्यादा प्रोसेस करके बनाया जाता है। प्रोसेस फूड का सेवन लिवर की सेहत को नुकसान पहुंचाता है। रिफाइंड फूड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड ज्यादा होता है। ग्लाइसेमिक लोड ज्यादा होने से ब्लड शुगर हाई होता है। शुगर हाई होने से इंसुलिन भी हाई होता है। इंसुलिन का बार-बार ऊपर नीचे होने से इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा होता है जो फैटी लिवर का बड़ा कारण है।