Uric Acid Symptoms: मानव शरीर तमाम कोशिकाओं और तंतुओं (Cells and Fibers) से मिलकर बना है, जो रात दिन हमारे शरीर को सुचारु रूप चलाने में मदद करते हैं। जब इनमें कोई खराबी आ जाती है तो शरीर को दिक्कतें होने लगती है। शरीर के सारे महत्वपूर्ण अंग हैं, लेकिन किडनी शरीर में सबसे महत्वपूर्ण काम करती हैं, वे शरीर में बनने या भोजन के माध्यम से जाने वाले अनेक कैमिकल्स, खनिज और बेकार पदार्थों को छानकर पेशाब के द्वारा बाहर निकाल देती हैं।

खराब पदार्थों में एक कैमिकल होता है जिसे हम यूरिक एसिड (uric acid) के नाम से जानते हैं, इसकी मात्रा यदि शरीर में बढ़ने लगती है तो किडनी के लिए इसे छानकर शरीर से बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। शरीर में इसकी मात्रा अधिक होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

महिलाओं और पुरुषों के सामान्य यूरिक एसिड के मानक भिन्न हैं, सामान्य तौर पर अगर मरीज के यूरिक एसिड का स्तर इन मानकों से ऊपर है तो उसके लिए विशेषज्ञ से जरूर मिलें- महिलाओं के लिए, यह 6 mg / dL से अधिक है। जबकि पुरुषों के लिए, यह 7 mg / dL से अधिक है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर ऐसे देता है संकेत

  • जोड़ों में दर्द होना
  • उठने-बैठने में परेशानी होना
  • उंगलियों में सूजन आ जाना
  • जोड़ों में गांठ की शिकायत होना
  • इसके अलावा पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होता है जो कई बार असहनीय हो जाता है। इसमें इंसान जल्दी थक जाता है। इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें। अंतिम रूप से शरीर में यूरिक एसिड का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है।

क्या हैं यूरिक एसिड (हाइपरयुरिसीमिया) का स्तर बढ़ने के कारण

यूरिक एसिड का स्तर महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक बढ़ता है। इसके अलावा यदि आप मांसाहारी हैं तो शाकाहारियों की तुलना में आपको यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा अधिक होता है।

  • मरीज का वजन अधिक होना या मोटापा
  • मूत्रवर्धक दवाएं लेना (Diuretics)
  • अधिक प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना और शराब का सेवन करना
  • अनुवांशिक समस्याएं (Inherited Tendencies)
  • हाइपोथायरायडिज्म Hypothyroidism (Underactive Thyroid)
  • बेकार पदार्थ छानने की किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाना या किडनी विफल (Kidney failure) हो जाना
  • कीमो थेरेपी जैसे इलाज जिनसे शरीर में मृत कोशिकाओं की बढ़ोत्तरी होती है।
  • कैंसर जैसी बिमारियों में शरीर में कोशिकाओं के बढ़ने से यूरिक एसिड बढ़ जाता है

क्या होता है यदि यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाए

यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर का वैज्ञानिक नाम हाइपरयुरिसीमिया (hyperuricemia) है। यदि यह शरीर में बढ़ जाए तो व्यक्ति को कई समस्याएं हो सकती हैं। जैसे- खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से शरीर में इसके क्रिस्टल बन जाते हैं और वे शरीर के जोड़ जैसे हाथ-पैरों की उंगलियों के जोड़ों को प्रभावित कर गाउट (gout) जैसी बीमारी का रूप ले लेते है। इसके अलावा किडनी से संबंधित बीमारी जैसे किडनी की पथरी आदि हो सकती है। वहीं कुछ अन्य समस्याओं में यूरिन का अधिक डिस्चार्ज होना, यूरिन में जलन होना, यूटीआई इंफेक्शन (Urinary tract infections), पेशाब में खून आना आदि समस्याएं हो सकती हैं।