मां बनना किसी भी महिला के लिए बेहद मायने रखता है। पहली बार मां बन रही महिलाओं के मन में कंसीव करने को लेकर कई तरह के सवाल और आशंकाएं रहती हैं। वो प्रेग्नेंट हैं इसके लिए वो टेस्ट करके प्रेग्नेंसी कंफर्म करती हैं। लेकिन आप जानती हैं कि कंसीव करने के बाद बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।
हालांकि हर महिला में कंसीव करने के शुरूआती लक्षण अलग-अलग होते हैं। कंसीव करने के बहुत से लक्षण वैसे ही होते हैं जैसे आप पीरियड से पहले महसूस करती हैं। अगर आप इन लक्षणों को ध्यान से देखें तो आपका पता चल सकता है कि आप प्रेग्नेंट हैं।
प्रेग्नेंसी को कंफर्म करने के लिए प्रेग्नेंसी टेस्ट जरूरी है लेकिन कंसीव करते ही बॉडी में होने वाले बदलाव भी इस बात का संकेत देते हैं कि आप प्रेग्नेंट है। आइए जानते हैं कि कंसीव करने के दौरान बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।
- पीरियड्स मिस होना प्रेग्नेंसी का सबसे बड़ा संकेत है। हालांकि पीरियड मिस होना प्रेग्नेंसी का पक्का सबूत नहीं है। पीरियड कई कारणों से मिस हो सकता है।
- जी मिचलाना और चक्कर आना भी आपके कंसीव करने के सबूत हैं। कंसीव करने के दो से चार दिनों में ही आपको चक्कर आने लगेंगे और जी मचलाने लगेगा।
- लाइट ब्लीडिंग होना भी प्रेग्नेंसी के सबूत हैं। लाइट ब्लीडिंग से मतलब है कि वजाइना से गुलाबी रंग का पानी आना।
- कंसीव करने के बाद फर्टीलाइज ऐग यूटरस की दीवार से जुड़ जाता है जिसकी वजह से स्पॉटिंग और पेट में ऐंठन भी हो सकती है। यह लक्षण आपके प्रेग्नेंट होने के संकेत देते हैं।
- थकान महसूस होना भी आपके प्रेग्नेंट होने के सबूत है। कंसीव करने के बाद बहुत जल्दी थकान महसूस होने लगती है। कंसीव करने के एक हफ्ते के बाद ही प्रेग्नेंट महिला को असामान्य रूप से थकान महसूस होने लगती है।
- ब्रेस्ट में दर्द और निप्पल्स में बदलाव होना भी आपके कंसीव करने के सबूत हैं। कंसीव करने के बाद ब्रेस्ट में भारीपन महसूस होने लगता है।
- मूड का तेजी से बदलना भी आपकी प्रेग्नेंसी का प्रमाण हैं।
- सिर दर्द होना, बार-बार उल्टी आना भी प्रेग्नेंसी के सबूत हैं।
- बार-बार यूरिन का डिस्चार्ज होना भी आपकी प्रेग्नेंसी के सबूत हैं।
- खाने की तीव्र इच्छा करना या फिर खाने का मन नहीं करना भी कंसीव करने के सबूत हैं।
- कंसीव करने के दौरान आपको ब्लोटिंग और कब्ज की शिकायत हो सकती है।