अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान के चलते पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हो चुकी हैं, जिसके चलते पेट सही से साफ नहीं पाता और अपच से लेकर कब्ज की समस्या बन जाती है। अक्सर लोगों को सुबह उठते ही वॉशरूम जाने का मन करता है, लेकिन पेट पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता। ऐसे में पेट खराब होना, गैस, पेट दर्द, सुस्ती जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। यह एक आम समस्या होने के साथ-साथ लोगों को परेशान भी बहुत करती है।

हार्वर्ड से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के कुछ आसान तरीके बताए हैं। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी के मुताबिक, अपने पेट के स्वास्थ्य का ध्यान रखना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। अगर आपका पेट स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्याओं तक, कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण, कई लोगों का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रोबायोटिक्स, प्रीबायोटिक्स, फाइबर युक्त फूड्स का सेवन और पर्याप्त पानी पीना लाभकारी हो सकता है। इन उपायों को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करने से पेट का स्वास्थ्य बेहतर होता है और शरीर को जरूरी पोषण मिलता रहता है।

प्रोबायोटिक्स फूड्स

प्रोबायोटिक्स दही, छाछ और कुछ प्रकार के अचार में पाए जाते हैं। ये ‘अच्छे’ बैक्टीरिया हमारे पाचन तंत्र में प्रवेश करते हैं और ‘बुरे’ बैक्टीरिया से लड़ते हैं। इनके नियमित सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और गैस, पेट फूलना या पेट फूलने जैसी समस्याएं कम होती हैं। इससे आंत का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और शरीर एनर्जेटिक बना रहता है।

प्रीबायोटिक्स फूड्स

प्रीबायोटिक्स रेशेदार फूड्स होते हैं, जो प्रोबायोटिक्स के लिए भोजन का काम करते हैं। इनमें प्याज, लहसुन, केला, सेब और ओट्स शामिल हैं। इन फूड्स का नियमित सेवन करने से हम अपने पाचन तंत्र को बेहतर बना सकते हैं, जिससे आंतें स्वस्थ रहती हैं और पेट की परेशानी या गैस की समस्या कम होती है।

हाई फाइबर रिच फूड

चिया सीड्स, बेरीज, ओट्स जैसे हाई फाइबर वाले फूड्स पाचन में सुधार के लिए महत्वपूर्ण हैं। फाइबर पाचन में मदद करता है, शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है और ब्लड शुगर कंट्रोल रखता है। साथ ही इन फूड्स का नियमित सेवन कब्ज, पेट फूलना और अन्य पाचन समस्याओं को कम करता है। ये उपाय आंतों के स्वास्थ्य को मजबूत बनाए रखने के लिए बहुत उपयोगी हैं।

हाइड्रेटेड रहना

रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना जरूरी है। पानी भोजन के पाचन में मदद करता है, शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है और कब्ज से बचाता है। उचित जलयोजन पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है, आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करता है और शरीर की कोशिकाओं की कार्यक्षमता बनाए रखता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।