डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है जिसे कंट्रोल करना जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो कई क्रॉनिक बीमारियों जैसे दिल के रोगों, किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज मरीजों को अक्सर एक बीमारी बहुत तंग करती है वो है कब्ज। आमतौर पर कब्ज की बीमारी के लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल, तनाव और बॉडी एक्टिविटी में कमी जिम्मेदार होती है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए और कब्ज का इलाज करने के लिए एक खास फल का सेवन करें।
पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पैपेन नामक एक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को पचाने में मदद करता है। इसका सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है और आंतों को सही तरीके से काम करने में मदद मिलती है जिससे कब्ज दूर होती है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया पपीते का सेवन सभी रोगों को मिटा सकता है इसलिए रोजाना खाने के बाद इस फल का सेवन जरूर करें। डायबिटीज मरीजों के लिए कब्ज का रामबाण इलाज पपीता है । अब सवाल ये उठता है कि आखिर डायबिटीज मरीजों को कब्ज की बीमारी ज्यादा क्यों होती है और इस परेशानी के लिए कौन-कौन से 5 कारण जिम्मेदार हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों में पपीता कैसे कब्ज का इलाज करता है।
डायबिटीज मरीजों में कब्ज के लिए जिम्मेदार 5 कारण
- डायबिटीज मरीजों में कब्ज की बीमारी के लिए पांच मुख्य कारण जिम्मेदार हैं जैसे
- ब्लड शुगर का स्तर हाई होना
- दवाओं का सेवन ज्यादा करना
- वजन का बढ़ना
- बॉडी में पानी की कमी होना
- न्यूरोपैथी की वजह से कब्ज की परेशानी होती है। डायबिटीज का स्तर लंबे समय तक हाई रहने से नर्वस को नुकसान पहुंच सकता है, जिसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है। जब आंतों की तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है, तो पाचन प्रक्रिया धीमी हो सकती है और कब्ज हो सकता है।
पपीता कैसे डायबिटीज मरीजों के कब्ज का इलाज करता है?
पपीता एक ऐसा फल है जो लो कैलोरी, हाई फाइबर और विटामिन से भरपूर है। फाइबर से भरपूर ये फल इंसुलिन के स्तर में सुधार करता है और ब्लड शुगर को नॉर्मल करता है। पपीता एक ऐसा फल है जो मल में पानी की मात्रा को बढ़ाता है और आंतों से पानी खींचकर मल को सॉफ्ट बनाता है। पपीता का सेवन करने से मल का साइज बढ़ता है और कब्ज का इलाज होता है। पपीता में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और मल को नरम करता है।
फाइबर आंतों में पानी को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे मल मुलायम और बाहर निकालने में आसान हो जाता है। पपीते में पैपेन एंजाइम मौजूद होता है जो पाचन प्रक्रिया को सुधारता है। यह प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और आंतों का कार्य सुचारू रूप से चलता है। पपीते में पानी बहुत ज्यादा होता है जो आंतों को हाइड्रेटेड रखता है और मल को सॉफ्ट बनाता है जिससे कब्ज का इलाज होता है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर नॉर्मल करना चाहते हैं और कब्ज का इलाज करना चाहते हैं तो रोजाना पपीता का सेवन करें।
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