आजकल के अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के चलते कम उम्र में ही हड्डियों की कमजोरी, जोड़ों का दर्द और कमर में अकड़न जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। हालांकि, पहले हड्डियों की समस्या 50 साल या उससे अधिक उम्र होने के बाद होती थी, लेकिन अब 25–30 साल के युवाओं में भी विटामिन D और कैल्शियम की कमी से हड्डियों से जुड़ी परेशानियां अधिक बढ़ गई है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, व्यस्त लाइफस्टाइल में आजकल हम ऐसे फूड्स का सेवन करते हैं, जो धीरे-धीरे हड्डियों से कैल्शियम को कम कर रहे हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्याएं हो रही हैं।
हमें अक्सर अपने शरीर में कैल्शियम की कमी महसूस होती है। हालांकि, हम नियमित रूप से दूध, पनीर और छाछ जैसी चीजों का सेवन करते हैं। फिर भी हमारी हड्डियां कमजोर क्यों हो जाती हैं? इसके पीछे एक बड़ा कारण है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झांजर ने बताया कि कुछ ऐसे फूड्स हैं, जो धीरे-धीरे शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम करते हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो भविष्य में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
कोल्ड ड्रिंक और बहुत अधिक चाय
आजकल कोल्ड ड्रिंक्स हर पीढ़ी की आदत का हिस्सा बन गए हैं, लेकिन इनमें मौजूद फॉस्फोरिक एसिड हड्डियों से कैल्शियम को बाहर निकाल देता है। इससे शरीर कैल्शियम को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता। साथ ही कैफीन युक्त चाय का अधिक सेवन भी हड्डियों पर बुरा असर डालता है। जो लोग दिन में कई बार चाय पीते हैं, उन्हें इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।
केक, कुकीज, मिठाइयां
मीठा खाना हमें बहुत पसंद है, लेकिन ज्यादा चीनी शरीर में कैल्शियम के अवशोषण पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। केक, कुकीज, मिठाइयों में प्रोसेस्ड शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में कैल्शियम को कम करती है। इसके कारण दांत और हड्डियां दोनों कमजोर होने लगती हैं।
ज्यादा नमक और शराब
डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रतिदिन केवल 5 ग्राम नमक का सेवन करना उचित है, लेकिन हम इससे कहीं ज्यादा नमक खाते हैं। नमक में मौजूद सोडियम किडनी को कैल्शियम बाहर निकालने का कारण बनता है। शराब का सेवन विटामिन डी के मेटाबॉलिज्म और कैल्शियम के अवशोषण में भी बाधा डालता है।
घी, तैलीय और प्रोसेस्ड फूड्स
तैलीय , चिकने या फास्ट फूड जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले संतृप्त वसा कैल्शियम को शरीर में अवशोषित होने से पहले ही फंसा लेते हैं। इस वजह से कैल्शियम शरीर में बिल्कुल भी प्रवेश नहीं कर पाता। धीरे-धीरे हड्डियों का घनत्व कम होता जाता है। जितना हो सके फ्रेंच फ्राइज, चिप्स, फ्रोजन स्नैक्स जैसे फूड्स से दूर रहें।
रेड मीट
रेड मीट के अत्यधिक सेवन से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है, जिसका सीधा असर हड्डियों पर पड़ता है। यह भोजन कैल्शियम के प्रसंस्करण में बाधा डालता है। इसलिए जो लोग नियमित रूप से रेड मीट खाते हैं, उनकी हड्डियों का स्वास्थ्य धीरे-धीरे खराब हो सकता है।
इसके अलावा रसोई में रखी कई ऐसी चीजें है जिससे कोलेस्ट्रॉल को खत्म किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के लिए तिल के बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं।