आजकल के समय में बिगड़ती लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतों के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। जिन्हें आसानी से ठीक करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव बहुत आवश्यक है। खराब कोलेस्ट्रॉल भी एक ऐसी स्थिति है, जो अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण तेजी से लोगों में बढ़ रही है, जिसके कारण दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए 5 तरीके बताए हैं, जिनको फॉलो करने से न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होगा, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा।

डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि शरीर में दो तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है। एक बैड कोलेस्ट्रॉल, जिसे एलडीएल (LDL) कहा जाता है और दूसरा गुड कोलेस्ट्रॉल, जिसे एचडीएल (HDL) कहा जाता है। शरीर में जब बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल अधिक हो जाता है, तो ये खून की धमनियों में जम जाता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक की वजह बन जाता है। ऐसे में कुछ उपाय को अपनाने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल किया जा सकता है।

ओट्स का सेवन करें

ओट्स दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं, क्योंकि इनमें घुलनशील फाइबर, खास तौर पर बीटा-ग्लूकन भरपूर मात्रा में होता है। यह फाइबर पाचन तंत्र में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और ब्लड फ्लो में इसके अवशोषण को रोकता है। इसलिए अपने सुबह के नाश्ते में ओट्स को जरूर शामिल करें।

तेज चलना

व्यायाम दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छा है। हेल्दी और फिट शरीर के लिए व्यायाम बहुत ही आवश्यक है। हफ्ते में पांच दिन 30 मिनट की तेज गति से टहलने से अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। टहलने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और शरीर से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल बाहर निकल जाता है।

सूखे मेवे

दिल को हेल्दी रखने के लिए अपने आहार में सूखे मेवे शामिल करें। बादाम, अखरोट, मूंगफली और अलसी जैसे बीज और मेवे दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।

जैतून का तेल

जैतून का तेल शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसका इस्तेमाल सब्जियों को भूनने, सलाद पर छिड़कने या साबुत अनाज की रोटी के लिए डिप के रूप में कर सकते हैं।

ग्रीन टी

ग्रीन टी के कई फायदे हैं और यह कोलेस्ट्रॉल से लड़ने में कारगर है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले कैटेचिन शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और इसके ऑक्सीकरण को रोकते हैं, जो धमनी क्षति से जुड़ी एक प्रक्रिया है। रोजाना 2-3 कप बिना चीनी वाली ग्रीन टी पीने से एलडीएल को लगभग 2-5% तक कम किया जा सकता है।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।