दूध, दही और पनीर खाना लोगों की सबसे पहली पसंद में एक है। इन्हें सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि, दूध, दही, पनीर और डेयरी प्रोडक्ट्स शरीर को कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन्स प्रदान करते हैं, लेकिन कई लोगों को दूध से बनी चीजों के खाते ही एलर्जी और अन्य कई समस्या होने लगती है। डेयरी प्रोडक्ट खाने से एलर्जी होने के लिए शरीर में लैक्टोज इनटॉलरेंस के चलते होता है। हालांकि, शरीर में लैक्टोज की कमी होने पर कुछ संकेत भी दिखाई देते हैं, जिस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया जाए तो ये धीरे-धीरे गंभीर स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकता है।

हालांकि, लोग अक्सर इन संकेतों को IBS, अपच या फूड पॉइजनिंग जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए गलत समझ सकते हैं। जो इसे मुश्किल बनाती है, वह यह है कि लक्षण घंटों बाद दिखाई दे सकते हैं और हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। चलिए आपको बताते हैं शरीर में लैक्टोज के कारण क्या दिक्कत हो सकती है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है।

दस्त लगना

लैक्टोज इनटॉलरेंस से दस्त भी हो सकते हैं। यह आमतौर पर डेयरी या डेयरी उत्पाद खाने के 30 मिनट से 2 घंटे के भीतर होता है। क्योंकि, लैक्टोज टूटता नहीं है और ठीक से पचता नहीं है, इसलिए यह कोलन में चला जाता है जहां यह पानी खींचता है, जिससे ढीले मल का कारण बनता है। अगर ऐसा बार-बार होता है, खासकर दूध या दूध से बने उत्पाद खाने के बाद, तो आपका पाचन तंत्र लैक्टोज इनटॉलरेंस की ओर संकेत कर रहा हो सकता है। इसे हल्के में न लें और अगर आपको अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

पेट फूलना और गैस बनना

दूध या दही खाने के कुछ देर बाद ही अगर पेट फुल जाए, गैस बने या मरोड़ हो, तो ये लैक्टोज इनटॉलरेंस का संकेत हो सकता है। दरअसल, यह स्थिति तब होती है जब शरीर में लैक्टेज एंजाइम की कमी होती है, जो दूध में मौजूद लैक्टोज को पचाने में मदद करता है।

गले में खराश

दूध या पनीर खाने के बाद अगर बार-बार गले में खराश, बलगम या हल्की खांसी हो, तो यह डेयरी एलर्जी का संकेत हो सकता है। कई बार यह इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया होती है, जो डेयरी प्रोटीन को विदेशी तत्व मान लेता है।

पेट में ऐंठन या दर्द महसूस होना

आपको डेयरी उत्पाद खाने के बाद पेट में भारीपन या ऐंठन महसूस होती है, तो यह लैक्टोज इनटॉलरेंस का एक और संकेत है। यह असुविधा अक्सर आंतों में गैस के निर्माण और मांसपेशियों के संकुचन से होती है, क्योंकि शरीर बिना पचे लैक्टोज को संभालने की कोशिश करता है। इसके लक्षण पेट के संक्रमण या खाद्य विषाक्तता के समान ही होते हैं, लेकिन बुखार या अन्य वायरल लक्षण नहीं होते।

थकावट और सुस्ती

डेयरी प्रोडक्ट्स खाने के बाद लगातार आलस्य, नींद या दिमाग का धीमा चलना फूड सेंसिटिविटी की ओर इशारा करता है। शरीर जब एलर्जी से लड़ता है तो एनर्जी लेवल गिरने लगता है।

इसके अलावा रसोई में रखी कई ऐसी चीजें है जिससे कोलेस्ट्रॉल को खत्म किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के लिए तिल के बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं।