हेल्दी शरीर के लिए फिजिकल हेल्थ जितना आवश्यक है, उतना ही मेंटल हेल्थ भी जरूरी है। मेंटल हेल्थ सिर्फ मूड से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह पूरे शरीर से जुड़ी है। रिसर्च के अनुसार, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कम उम्र के युवाओं में सबसे ज्यादा मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारियां देखी जा रही है। आज की व्यस्त जीवनशैली में काम, रिश्ते और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच हम अक्सर मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं। बाहर से सबकुछ संतुलित दिख सकता है, लेकिन अंदर ही अंदर तनाव और थकान हमें कमजोर बनाते जाते हैं। मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना दिल की सेहत या इम्यूनिटी आदि। नियमित वेलनेस हैबिट्स अपनाने से तनाव कम होता है, कॉग्निटिव परफॉर्मेंस बेहतर होती है और भावनात्मक संतुलन मजबूत होता है।

मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, लेकिन छोटे-छोटे वेलनेस हैबिट्स, जैसे जर्नलिंग, किताबें पढ़ना, सप्लीमेंट्स लेना और एरोमाथेरेपी, मानसिक मजबूती और भावनात्मक संतुलन के लिए बेहद मददगार साबित होते हैं।

जर्नलिंग

जर्नल लिखना दिमाग को शांत करने का एक असरदार तरीका है। इसमें आप अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त कर सकते हैं, जिससे मानसिक तनाव कम होता है। हर दिन कुछ मिनट लिखने से तनाव घटता है और आत्म-जागरूकता बढ़ती है। इससे भावनाओं और सोच के पैटर्न को समझने में मदद मिलती है।

किताबें पढ़ना

पुस्तकें मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। एटॉमिक हैबिट्स जैसी किताब पढ़ सकते हैं। यह किताब बताती है कि छोटे-छोटे बदलाव किस तरह आपकी पूरी जिंदगी बदल सकते हैं। इसमें अच्छे आदतें बनाने और बुरी आदतें छोड़ने के साइंस-बेस्ड तरीके बताए गए हैं। थिंकिंग, फास्ट एंड स्लो किताब नोबेल प्राइज विजेता की है। यह किताब हमारे सोचने के पैटर्न को उजागर करती है। यह हमें तनाव कम करने, ओवरथिंकिंग से बचने और बेहतर फैसले लेने में मदद करती है।

सप्लीमेंट्स

मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है। मैग्नीशियम और मेलाटोनिन जैसे सप्लीमेंट्स इसमें मददगार हो सकते हैं। मेलाटोनिन टैबलेट्स नींद-जागरण चक्र को कंट्रोल करती हैं और अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए असरदार है। मैग्नीशियम ग्लाइसिनेट सप्लीमेंट मांसपेशियों को आराम देता है, तनाव कम करता है और नसों की सेहत सुधारता है।

सोशल नेटवर्किंग बढ़ाए

छोटे परिवार और सीमित दोस्तों के कारण लोग अपनी बातें दूसरों से शेयर नहीं कर पाते, जिससे तनाव बढ़ता है। इसलिए सोशल नेटवर्किंग बढ़ाएं और अच्छे दोस्त बनाएं। इससे आपका अकेलापन और तनाव भी दूर होगा।

सीढ़ियां चढ़ें

जब भी आपको तनाव, गुस्सा या चिड़चिड़ापन महसूस हो, तो गहरी सांस लें और सीढ़ियां चढ़ें-उतरें। अगर आपको सीढ़ियां चढ़ते-उतरते थकान महसूस हो, तो टहल लें। ऐसा करने से गुस्से पर काबू पाने में मदद मिलती है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।