दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में दही को स्वास्थ्य के लिए वरदान माना गया है। यह पाचन में सुधार, इम्यून सिस्टम मजबूत करने और पेट को ठंडक देने के लिए बहुत लाभकारी है। आमतौर पर दही को दिन एक-दो बार खाने में खाया जा सकता है, लेकिन कुछ खास फूड्स के साथ दही का सेवन करना शरीर के लिए जहर जैसा काम कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, दही के साथ कुछ फूड्स को कभी भी नहीं खाना चाहिए। इन्हें खाने से पेट में गैस, एसिडिटी, कब्ज या आंतों में सूजन और जलन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. विमल झांझर ने बताया कि दही के साथ किन फूड्स को खाने से बचना चाहिए।
टमाटर
टमाटर का इस्तेमाल लगभग हर सब्जी में किया जाता है और टमाटर को सलाद आदि समेत कई रूप में खाया जाता है। टमाटर अम्लीय प्रकृति के होते हैं। दही के साथ टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि टमाटर और दही दोनों ही अम्लीय होते हैं। इन दोनों का सेवन कुछ लोगों में एसिडिटी और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा दही में मौजूद लैक्टिक एसिड टमाटर में मौजूद प्रोटीन को जमा सकता है, जिससे पाचन संबंधी परेशानी और बढ़ सकती है।
खीरे
खीरे ताजगी और हाइड्रेटिंग के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। खीरे में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। वहीं, दही भी ठंडी प्रकृति की होती है। इन दोनों को एक साथ खाने से पेट फूलने या अपच का कारण बन सकता है, खासकर संवेदनशील पाचन तंत्र वालों के लिए ज्यादा हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा दही और खीरे का अलग-अलग तापमान पाचन में असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे शरीर की भोजन को ठीक से पचाने की क्षमता में बाधा आती है। पाचन तंत्र में अच्छा बनाए रखने के लिए खीरे को दही से अलग खाने की सलाह दी जाती है।
करेला
करेला और दही दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, लेकिन इन्हें एक साथ खाने की सलाह नहीं दी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, करेला और दही की प्रकृति अलग-अलग होती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। करेले में ऐसे यौगिक होते हैं, जो पाचन संबंधी परेशानी पैदा कर सकते हैं और पेट की प्राकृतिक प्रक्रियाओं में बाधा डाल सकते हैं। इसके अलावा दही की अम्लीय प्रकृति करेले की कड़वाहट को बढ़ा सकती है, जिससे यह कम स्वादिष्ट हो जाता है। इन दोनों को एक साथ खाने से कुछ लोगों को पेट फूलना, गैस और अपच की समस्या हो सकती है।
प्याज
प्याज कई नमकीन व्यंजनों में एक आम है, जो स्वाद और सुगंध को और भी गहरा कर देता है। हालांकि, दही के साथ मिलाने पर प्याज पाचन क्रिया को बिगाड़ सकता है और कुछ लोगों में पेट फूलने का कारण बन सकता है। प्याज में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं, जिन्हें पचाना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब इसे दही जैसे डेयरी उत्पादों के साथ खाया जाए। बेहतर पाचन को बढ़ावा देने और असुविधा को कम करने के लिए प्याज को दही से बने व्यंजनों से अलग खाना चाहिए।
पालक
पालक पोषक तत्वों से भरपूर एक हरी पत्तेदार सब्जी है। पालक को दही के साथ खाने पर यह ऑक्सालेट का निर्माण कर सकता है, जो ऐसे यौगिक हैं जो कैल्शियम के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं और गुर्दे की पथरी बनने में योगदान दे सकते हैं। ऑक्सालेट के जमाव के जोखिम को कम करने के लिए पालक को कच्चा खाने के बजाय पकाकर खाना बेहतर है और इसे दही के साथ खाने से बचें।
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