किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जिसका काम खून को साफ करना और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना है। किडनी हमारी बॉडी में पानी, नमक और मिनरल्स का संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। अगर किडनी सही तरह से काम नहीं करती तो शरीर में गंदगी और फालतू पानी जमा होने लगता है जो बॉडी में कई बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। किडनी को हेल्दी रखने के लिए रोजाना पानी का सेवन अधिक करना चाहिए, डाइट में हेल्दी फूड्स का सेवन करना चाहिए। अगर आप रोजाना दिन में 7-8 गिलास पानी पीते हैं तो किडनी अपना काम बेहतर तरीके से करती है। किडनी को हेल्दी रखने के लिए नमक का सेवन कम करना भी जरूरी है। ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जो किडनी पर दबाव डालता है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर दोनों बीमारियां ही किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा प्रोटीन का सेवन करने से किडनी की हेल्थ खराब होती है। हमारी रोजाना की कुछ खराब आदतें भी हैं जिनकी वजह से हमारी किडनी पर दबाव पड़ता है और किडनी की सेहत खराब होती है। आइए जानते हैं कि हमारी रोजाना कि कौन सी 5 आदतें हैं जो हमारी किडनी की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
पेन किलर का ज्यादा सेवन किडनी के लिए खतरा
इबुप्रोफेन और एस्पिरिन जैसी आम ओवर-द-काउंटर एंटी-इंफ्लेमेटरी पेन किलर का ज्यादा सेवन करने से किडनी की नलिकाओं को नुकसान पहुंचता है। Non Steroidal Anti Inflammatory Drugs किडनी में खून के प्रवाह को कम कर देती हैं, जिससे किडनी के टिशूज़ को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलते और किडनी की हेल्थ बिगड़ने लगती है। ये दवाएं किडनी में खून के प्रवाह को कम कर देती हैं, जिससे किडनी के टिशूज़ को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलते। अगर नियमित तौर पर ये दवाएं ली जाएं तो किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर सकती है। जब शरीर में पानी की कमी हो जाएं और तब ये दवाएं ली जाएं तो किडनी पर दोहरी मार पड़ती है। जिन लोगों को पहले से ही क्रोनिक किडनी डिजीज है, उन्हें पेन किलर का सेवन करने से बचना चाहिए।
पानी का कम सेवन भी किडनी के लिए खतरा
किडनी को अपना काम दुरुस्त तरीके से करने के लिए पानी की ज्यादा जरूरत होती है। दिन भर में पानी का कम सेवन करने से किडनी की सेहत पर खराब असर होता है। किडनी को टॉक्सिन को निकालने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। जो लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं उनकी किडनी को नुकसान पहुंचता है, खासकर गर्म मौसम में। डिहाइड्रेशन से पेशाब गाढ़ा हो जाता है और उसमें टॉक्सिन भर जाते हैं। इस स्थिति में किडनी स्टोन और यूरीन इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है।
शराब का ज्यादा सेवन
किडनी बॉडी में पानी को कंट्रोल करती है। शराब का सेवन करने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है, जिससे किडनी के काम करने का तरीका बदल जाता है। बहुत ज़्यादा शराब पीने से बीपी बढ़ सकता है, जिससे किडनी को नुकसान पहुंचता है। ज़्यादातर लोग जानते हैं कि शराब लिवर की बीमारी का कारण बन सकती है, लेकिन इससे किडनी को भी नुकसान पहुंच सकता है क्योंकि इससे किडनी को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
स्मोकिंग भी किडनी के लिए खतरा
अधिकांश लोग जानते हैं कि स्मोकिंग करने से कैंसर और दिल के रोगों का खतरा अधिक होता है। धूम्रपान करने से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। सिगरेट के धुएं में कैडमियम जैसे जहरीले रसायन होते हैं जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। धूम्रपान ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ावा देता है और रक्त वाहिकाओं को संकीर्ण कर सकता हैं जिससे किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।
बढ़ता मोटापा
एक हेल्दी बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 18.5 और 24.9 के बीच होता है। BMI इससे ज़्यादा होने पर मोटापे की श्रेणी में रखा जाता है। ज्यादा वज़न दिल के रोगों और डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है और किडनी की सेहत को भी नुकसान पहुंचाता है।
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