कब्ज़ एक आम पाचन समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को परेशान कर सकती है। एक-दो दिन तक कब्ज़ रहना अक्सर खराब डाइट, तनाव, कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट या ज्यादा घी-तेल और मसालेदार भोजन के कारण होता है। कुछ समय के लिए कब्ज़ होना नॉर्मल माना जाता है, लेकिन अगर ये परेशानी कई दिनों तक बनी रहे तो पाचन से जुड़ी दूसरी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। इससे पेट फूलना, भारीपन, गैस और अनियमित मल त्याग जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं। अधिकतर मामलों में यह कम फाइबर वाली डाइट, कम पानी पीने और लंबे समय तक बैठे रहने वाले लाइफस्टाइल से जुड़ी परेशानी होती है।
सर्दियों में कब्ज़ की समस्या अधिक देखने को मिलती है। इसका बड़ा कारण खराब खानपान, कम फाइबर और पोषक तत्वों की कमी से भरपूर डाइट, कम पानी पीना और दिनभर बंद कमरों में कम गतिविधि के साथ समय बिताना है। ठंड में लोग पानी कम पीते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन होता है और मल सख्त होकर बाहर निकलने में परेशानी होती है। यही वजह है कि ठंड का मौसम कब्ज़ को और अधिक बढ़ा देता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक सर्दी में ज्यादातर लोगों में कब्ज की बीमारी का कारण बॉडी में कुछ जरूरी विटामिन की कमी होना है। कुछ विटामिन आंतों की मूवमेंट, एंजाइम एक्टिविटी और स्टूल में नमी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। जब शरीर में इन विटामिन की कमी होती है, तो पाचन धीमा पड़ जाता है और मल त्याग में परेशानी शुरू हो जाती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि कौन से विटामिन की कमी कब्ज़ का कारण बनती है और डाइट, सप्लीमेंट या लाइफ़स्टाइल में बदलाव से इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि सर्दी में कौन से विटामिन की कमी होने से कब्ज होता है और इसकी भरपाई कैसी की जा सकती है।
विटामिन D की कमी सर्दी में कब्ज का कारण
विटामिन D सिर्फ हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि यह पाचन तंत्र की मूवमेंट पर भी असर डालता है। सर्दी में धूप कम निकलती है और हम लोग बंद कमरों में रहते हैं जिससे बॉडी में विटामिन D का स्तर कम होने लगता है। बॉडी में विटामिन डी कम होने पर आंतों की मांसपेशियां और नसें प्रभावित हो जाती हैं, जिससे भोजन आंतों में धीरे-धीरे आगे बढ़ता है। Cureus जर्नल में छपी एक स्टडी के अनुसार, विटामिन D की कमी वाले लोगों में कब्ज़ की समस्या अधिक देखी गई। आंतों में मौजूद विटामिन D रिसेप्टर्स स्मूथ मसल्स को कंट्रोल करते हैं और कमी होने पर ये प्रक्रिया प्रभावित होती है। सर्दी में बॉडी में इस विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए आप धूप में बैठें, सप्लीमेंट या फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करें तो पाचन में सुधार मिल सकता है।
थायमिन (Vitamin B1) की कमी
थायमिन शरीर में एनर्जी मेटाबोलिज़्म और कोशिकाओं के कामकाज के लिए जरूरी है। इसकी कमी होने पर पाचन एंज़ाइम कम बनते हैं, जिससे भोजन सही तरह टूट नहीं पाता। BMC Gastroenterology की एक स्टडी में पाया गया कि थायमिन की कमी से कब्ज़, वजन कम होना और खाना पेट में देर तक रहना जैसी समस्याएं होती हैं। थायमिन सप्लीमेंट लेने से इन लक्षणों में काफी सुधार देखा गया। इसके लिए साबुत अनाज, दालें और बीज डाइट में शामिल करना फायदेमंद है।
विटामिन C की कमी
विटामिन C आंतों की कोशिकाओं की मरम्मत और सेहत के लिए जरूरी है। यह स्टूल में पानी खींचने में मदद करता है, जिससे मल नर्म होता है और कब्ज़ से राहत मिलती है। इसकी कमी से आंतों की लाइनिंग कमजोर हो सकती है, जिससे पाचन धीमा पड़ जाता है। विटामिन C का नियमित सेवन करने के लिए आप डाइट में खट्टे फल, कीवी, बेरी, शिमला मिर्च और ब्रोकली का सेवन करें।
विटामिन B12 की कमी
विटामिन B12 नसों और ब्लड सेल्स के लिए जरूरी है। इसकी कमी से उन नसों पर असर पड़ता है जो पाचन तंत्र को कंट्रोल करती हैं, जिससे आंतों की मूवमेंट धीमी हो जाती है और कब्ज़ शुरू हो सकता है। B12 की कमी वाले लोगों को थकान, कमजोरी और हाथ-पैरों में झनझनाहट भी महसूस हो सकती है। सर्दी में बॉडी में इस कमी को पूरा करने के लिए डाइट में मछली, अंडे, डेयरी और फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करें। कई लोगों को सप्लीमेंट की भी जरूरत पड़ सकती है।
छोटे-छोटे माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी भी पाचन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। विटामिन D, थायमिन, विटामिन C, मैग्नीशियम, पोटैशियम या B12 की कमी कब्ज़ का कारण बन सकती है। संतुलित डाइट और सही सप्लीमेंट के जरिए इन कमियों को पूरा करने से पाचन बेहतर होता है और कब्ज़ में राहत मिलती है। अगर कब्ज़ लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
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