Herbal Tea for Headache: आज की बदलती जीवन शैली में लोग कम उम्र में ही कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इनमें माइग्रेन भी मुख्य तौर से शामिल है। अक्सर लोगों को लगता है कि सिर दर्द और माइग्रेन एक ही चीज है, हालांकि सिर दर्द केवल माइग्रेन का एक लक्षण है। इसके अलावा, इस बीमारी से पीड़ित लोगों को चक्कर आने, बेचैनी, वर्टिगो, रोशनी और आवाज से सेंसिटिविटी हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर में इस बीमारी से लाखों लोग पीड़ित हैं जिनमें महिलाओं की अधिकता है। वहीं, सामान्य सिर दर्द भी लोगों को परेशान करने के लिए काफी है। ऐसे में कुछ हर्बल चाय का सेवन माइग्रेन व नॉर्मल सिर दर्द से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकती है।
अदरक वाली चाय: आयुर्वेदिक औषधि के रूप में अदरक का इस्तेमाल व्यापक तौर पर होता आया है। इसके प्राकृतिक गुण कई स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने में सक्षम माने गए हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेट्री और दर्द को कम करने वाले प्रॉपर्टीज पाए जाते हैं। ऐसे में माइग्रेन के मरीजों के लिए इसका सेवन लाभकारी माना गया है। हालांकि, मरीजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो बिना दूध वाली केवल अदरक चाय का सेवन करें।
कैमोमाइल चाय: माइग्रेन के मरीजों के लिए कैमोमाइल की चाय भी फायदेमंद साबित हो सकती है। बता दें कि इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो नर्व्स को रिलैक्स करने में कारगर होते हैं। आमतौर पर चिंता व तनाव से ही लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं जिससे नसें सिकुड़ जाती हैं। ऐसे में ये चाय दर्द को कम करने के साथ स्ट्रेस और इनसोम्निया से भी निजात दिलाने में मददगार है।
लैवेंडर टी: सिर दर्द व माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाने में लैवेंडर टी को भी लाभकारी माना जाता है। इस चाय को पीने से तनाव कम होता है और पर्याप्त नींद आने में मदद मिलती है। हालांकि, रेडीमेड लैवेंडर टी की बजाय घर पर बनायी गई चाय का सेवन करें।
ग्रीन टी: अगर आपके पास ऊपर बताई गई हर्बल टी में से कोई मौजूद न हो तो माइग्रेन से निजात पाने के लिए सबसे आसान विकल्प ग्रीन टी का सेवन है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर ग्रीन टी को पीने से नसें व मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं जिससे स्ट्रेस कम होता है। इसके अलावा, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में भी ये चाय मददगार है। ऐसे में माइग्रेन के मरीज दिन भर में 2 से 3 कप ग्रीन टी पी सकते हैं।