यूरिक एसिड एक तरह का केमिकल है, जो बॉडी में प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। वैसे तो अधिकतर यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है लेकिन जब खून में इसकी अधिकता होने लगती है तो यह क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है। बॉडी में यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर को मेडिकल टर्म में हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है।
हाई यूरिक एसिड के मरीजों में लक्षण जल्दी सामने नहीं आते, इसलिए कई बार जब यह समस्या गंभीर बन जाती है तब लोगों का इसका पता चलता है। हाई यूरिक एसिड के मरीजों को जोड़ों में दर्द, सूजन, लालिमा, जी मिचलाना, अधिक प्यास लगना और चक्कर समेत कई तरह की समस्याएं होती हैं। लेकिन इसके साथ ही अगर आपको अपने पैरों में ये 3 समस्याएं महसूस हो रही हैं तो तुरंत आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पैरों में अकड़न: अगर आपके पैर उठने-बैठने या फिर मोड़ने से दुख रहे हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। ज्यादातर लोग पैरों में दर्द होने पर दवाई का सहारा लेते हैं। अगर आपको दवा या फिर मालिश आदि से भी आराम नहीं मिल पा रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। पैरों में इस अकड़न का कारण हाई यूरिक एसिड भी हो सकता है।
सूजन: हाई यूरिक एसिड के मरीजों को हाथ-पैर में सूजन भी आ जाती है। अगर आप सुबह उठकर पैरों में सूजन महसूस कर रहे हैं तो यह हाई यूरिक एसिड का लक्षण हो सकता है, ऐसे में आप तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। हाई यूरिक एसिड के मरीजों को एड़ी में भी तेज दर्द होने लगता है। हाई यूरिक एसिड के मरीजों को डॉक्टर खाने में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे सूजन की समस्या कम हो जाती है।
पैरों के जोड़ों में दर्द: अगर आपके घुटनों या फिर जोड़ों में तेज दर्द हो रहा है। या फिर हाथ की मुट्ठी बंद करने में भी आपको दर्द हो रहा है तो यह बढ़े हुए यूरिक एसिड के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान के प्रति अधिक सतर्क हो जाना चाहिए।