आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हेल्दी और फिट रहने के लिए खानपान की अहम भूमिका होती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि पेट भर जाने पर हमारा काम पूरा हो जाता है, लेकिन असल में हम जो खाते हैं उसका असर हमारी सोच, भावना और हेल्थ पर पड़ता है। नाश्ता, दोपहर का खाना या रात का खाना सिर्फ समय पर करने से कुछ नहीं होता, बल्कि खाना कितना हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर है ये मायने रखता है। खाना हमारे तन-मन को एनर्जी देता है। हालांकि, बहुत से लोगों को पेट भर खाना खाने के बाद भी थकान महसूस होती है या फिर पाचन से जुड़ी समस्या हो जाती है।
डायटीशियन लवलीन कौर ने बताया कि अक्सर हम अनजाने में रोज कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिससे पाचन से लेकर कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, खाने से भरपूर पोषण, ताकत और स्वस्थ जीवन पाना चाहते हैं, तो उसे सही तरीके से खाना शुरू कर दीजिए। अक्सर लोग खाना खाते समय ये 3 गलतियां कर देते हैं, जिससे खाने के सारे फायदे बेकार हो जाते हैं।
मन के अनुसार खाने का स्वाद लें
हम किसी दिन बहुत तनाव में होते हैं और जल्दी-जल्दी कुछ खा लेते हैं। ऐसे समय में खाना पचने में भारी लगता है, लेकिन जब हम शांति और एकाग्रता से खाते हैं, तो शरीर उसे आसानी से उपयोगी पाता है। इसलिए हमें खाने से पहले अपने मन को थोड़ा शांत करने की कोशिश करनी चाहिए। कुछ गहरी सांसें लेने से मन शांत होता है और खाना ज्यादा पौष्टिक बनता है। विज्ञान भी इसका समर्थन करता है, क्योंकि जब तनाव कम होता है, तो पाचन क्रिया बेहतर होती है।
भूख के संकेतों पर ध्यान दें
यह समझना होगा कि क्या शरीर सचमुच भूखा है। अगर हम भूख न होने पर आदतन खाते हैं, तो वह शरीर में चर्बी के रूप में जमा हो सकता है। कभी-कभी थोड़ा-सा खाना ही काफी होता है, तो कभी-कभी थोड़ा ज्यादा खाना जरूरी होता है। इस समझ को विकसित किए बिना, अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखना मुश्किल है। क्योंकि, भूख न लगने पर खाना खाने से अनचाहा वजन बढ़ सकता है। ऐसे में बेहतर पाचन और अवशोषण के लिए अपने शरीर के भूख के संकेतों पर ध्यान दें।
खाने के बारे में शिकायत करना बंद करें
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अनजाने में ही खाते समय शिकायत करते हैं। सब्जी में नमक ज्यादा है, सब्जी पसंद नहीं या फिर तेल ज्यादा है। ये नकारात्मक भावनाएं असल में हमारे शरीर पर असर डालती हैं। इसके बजाय अगर हम अपनी थाली में जो है, उसके लिए आभार व्यक्त करें, तो वही खाना शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। हमारी परंपरा में भी यही माना जाता है कि अगर खाना दिल से खाते हैं, तो खाना दवा की तरह काम करता है।
समय पर खाएं और शरीर के संकेतों पर ध्यान दें
समय पर खाना जरूरी है, लेकिन ऐसा शरीर के प्राकृतिक संकेतों के विरुद्ध नहीं किया जाना चाहिए। रात में देर से खाना पाचन पर दबाव डालता है और नींद की गुणवत्ता कम करता है। इसी तरह सुबह बहुत देर से खाने से एनर्जी की कमी महसूस हो सकती है। इसलिए शरीर आपको क्या बता रहा है। इस पर ध्यान देना और समय पर और संतुलित तरीके से खाना जरूरी है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।