आज के समय में केवल बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी हार्ट अटैक की समस्या का शिकार हो रहे हैं। बता दें कि जब हृदय तक जाने वाली खून की नसों में ब्लॉकेज हो जाता है तो यही हार्ट अटैक का कारण बनता है। खून की नसों में ब्लॉकेज अक्सर अधिक फैट, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने और अन्य समस्याओं के कारण होता है। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो खराब खानपान, बिगड़ती लाइफस्टाइल, सुबह देर से उठना और वर्कआउट ना करने के कारण लोग हृदय रोग का शिकार हो जाते हैं।

डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि अगर लोग शारिरिक तौर पर स्वस्थ रहते हैं तो हर साल दुनियाभर में 50 लाख मौतें टाली जा सकती हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर पर सुबह के वक्त, क्योंकि सुबह के दौरान नसें सिकुड़ जाते हैं, जिसे धमनियों पर प्रभाव पड़ता है।

सर्दियों के मौसम में जिन लोगों को हार्ट अटैक की समस्या हुई है, उनमें से 53% मामले सुबह के हैं। ऐसे में ठंड के दौरान दिल को दुरुस्त रखना बेहद ही जरूरी है। दिल संबंधी समस्या से जूझ रहे लोगों को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना और दिल की धड़कन बढ़ना समेत कई तरह की समस्याएं होती हैं। हालांकि बाबा रामदेव की मानें तो दिल को दुरुस्त रखने के लिए आप इन योगासन की मदद ले सकते हैं।

सूर्य नमस्कार: नियमित तौर पर सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, साथ ही जो लोग माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या से ग्रसित हैं, उनके लिए भी यह फायदेमंद होता है। इसके साथ ही यह शरीर में एनर्जी को बढ़ाने और फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

मंडूकासन: हृदय रोगियों को रोजाना मंडूकासन का अभ्यास करना चाहिए। क्योंकि इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। साथ ही डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए भी यह फायदेमंद है। इसके अलावा जो लोग गैस और कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए भी मंडूकासन लाभदायक साबित हो सकता है। इनके अलावा आप शशकासन, वक्रासन और गोमुखासन आदि को भी अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं।