डायबिटीज इस समय दुनियाभर के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। ये गंभीर बीमारी कई कारणों के चलते किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल को डायबिटीज के शुरुआती कारणों में से सबसे अहम बताते हैं। गलत खानपान और शारीरिक गतिविधियों में ढीलापन पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम या बंद कर देता है। इससे शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है और शुगर ब्लड में जमा होना शुरू हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं।

अधिक चिंता की बात यह है कि इस गंभीर बीमारी का फिलहाल कोई इलाज नहीं है। इस कारण एक्सपर्ट्स पीड़ितों को डाइट पर खास ध्यान देकर और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलावों के साथ ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। वहीं, डॉ मोहन डायबिटीज स्पेशलिटी सेंटर, चेन्नई के अध्यक्ष डॉ वी मोहन बताते हैं कि खासकर कुछ खास तरह की एक्सरसाइज मधुमेह को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसमें भी स्विमिंग को सबसे अधिक असरदार माना गया है।

मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान डॉ वी मोहन ने कहा, ‘कुछ दिन पहले मुझे बीएमजे ओपन स्पोर्ट एंड एक्सरसाइज मेडिसिन (BMJ Open Sport & Exercise Medicine) में एक अध्ययन मिला। इस अध्ययन की रिपोर्ट बताती हैं कि पानी में हाई इन्टेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग, (HIIT) जिसे अक्सर जलीय उच्च तीव्रता अंतराल प्रशिक्षण (AHIIT) कहा जाता है, वयस्कों की व्यायाम क्षमता में सुधार करती है, जिससे मधुमेह और गठिया जैसी क्रोनिक कंडीशन में भी सुधार किया जा सकता है।’

विस्तार से समझते हैं कैसे-

वी मोहन कहते हैं, बाकि किसी एक्सरसाइज के मुकाबले स्विमिंग अधिक तेजी और बेहतर तरीके से डायबिटीज पर काबू पाने में आपकी मदद कर सकती है। इसके पीछे का तर्क सरल है। दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ-साथ एक्सरसाइज करना लोगों के लिए कुछ मुश्किल होता चला जाता है। सबसे पहले तो अधिकतर लोग वेट लॉस या खुद को फिट रखने के लिए जिम का सहारा लेते हैं। इस दौरान वे शुरुआत 30 से 40 मिनट के व्यायाम से करते हैं और फिर 15 से 20 मिनट उच्च-तीव्रता वाली एक्सरसाइज को चुनते हैं। ऐसे में उन्हें अधिक थकान का सामना करना पड़ता है, साथ ही इससे उनके जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है। ऐसे में वे लंबे समय तक इसे जारी नहीं रख पाते हैं।

वहीं, स्विमिंग इससे विपरित काम करती है। पानी का उछाल जोड़ों के तनाव को कम करते हुए प्राकृतिक प्रतिरोध प्रदान करता है, जिससे लोग ऐसे व्यायाम आसानी से कर पाते हैं, जो वे जमीन पर नहीं कर पाते। यानी पानी में हाई इन्टेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग ना केवल उनके लिए आनंददायक बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहतर हो जाती है। ये पूरे शरीर और मांसपेशी समूहों पर काम करती है। साथ ही इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार करती है, इससे इंसुलिन का उत्पादन बढ़ जाता है और इस तरह स्विमिंग मधुमेह को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकती है।

और भी हैं कई फायदे

डायबिटीज से अलग स्विमिंग और भी कई तरह से आपको फायदा पहुंचा सकती है। नियमित तौर पर इस एक्सरसाइज की मदद से आप वजन भी अधिक तेजी से घटा सकते हैं। स्विमिंग करने से मांसपेशियों का निर्माण तेजी से होता है। वहीं, एक बार जब मांसपेशियों का निर्माण हो जाता है, तो शरीर में वसा का निर्माण खुदबखुद कम होने लगता है। इसके नियमित अभ्यास से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। इस तरह स्विमिंग हृदय स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।