Thyroid Symptoms and Remedies: पिछले कुछ सालों में दुनिया भर में थायरॉयड के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मेटाबॉलिक डिसॉर्डर की वजह से होने वाली ये बीमारी अधिकांश उन लोगों को परेशान करती है जिनकी जीवन शैली खराब हो या फिर जो लोग फिजिकली फिट नहीं रहते हैं। बता दें कि हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक शरीर के लिए जरूरी हार्मोन थायरॉक्सिन का उत्पादन जब अनियमित मात्रा में होने लगता है तो लोग थायरॉयड की चपेट में आ जाते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये रोग अधिक देखने को मिलती है।
थायरॉयड के लक्षण: इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों में शुरुआत में कोई बड़े लक्षण नजर नहीं आते हैं जिस वजह से ये रोग अनदेखा रह जाता है। हालांकि, कुछ हल्की स्वास्थ्य परेशानियों पर ध्यान देकर थायरॉयड की पहचान हो सकती है।
जिन लोगों को गर्दन में सूजन घेंघा रोग (Goiter), अत्यधिक थकान, कमजोरी, शरीर में कंपकंपी, वजन में गिरावट, नींद की कमी, अनियमित दिल की धड़कनें, दस्त, ज्यादा सर्द-गर्म महसूस होना थायरॉयड के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं। इसके अलावा, अधिक पसीना आना, अनियमित माहवारी, बालों का पतला होना, रफ और ड्राय स्किन की परेशानी भी थायरॉयड के मरीजों को होती है।
थायरॉयड के मरीजों को अपनी जीवन शैली में अच्छे बदलाव करने की जरूरत होती है। इसकी शुरुआत हेल्दी डाइट से करनी चाहिए क्योंकि मरीजों को खाने-पीने की सभी चीजें के सेवन की इजाजत नहीं होती है। कुछ फूड्स लोगों के शरीर में थायरॉयड हार्मोन को ट्रिगर करते हैं, ऐसे में इनके सेवन से बचना चाहिए। जानिये ऐस 5 फूड्स जिनसे परहेज करने की जरूरत है –
स्पाइसी फूड: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक थायरॉयड के मरीजों को अपनी डाइट में तेल और मसाला युक्त भोजन को शामिल नहीं करना चाहिए। इस रोग से ग्रस्त मरीजों की पाचन प्रणाली कमजोर होती है, स्पाइसी फूड्स खाने से पेट संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में इनसे परहेज करना जरूरी है।
मैदा खाने से बचें: थायरॉयड के मरीजों को मैदा युक्त भोजन से बचना चाहिए। इसमें पोषक तत्वों की कमी के साथ ही, डाइटरी फाइबर भी कम पाया जाता है। ऐसे में खाना पचाने में दिक्कत हो सकती है। रोगियों को मैगी, पास्ता, छोले-भटूरे, समोसा इत्यादि के सेवन से बचना चाहिए।
कैफीन युक्त भोजन: चाय-कॉफी जैसे कैफीन युक्त ड्रिंक्स का सेवन थायरॉयड के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कैफीन का अधिक सेवन करने से शरीर में थायरॉयड ग्लैंड बढ़ सकता है जिस वजह से परेशानी ज्यादा हो सकती है।
मीठा खाने से बचें: हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ज्यादा मीठा खाने से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ सकता है। थायरॉयड के मरीजों के लिए इसका सेवन नुकसानदायक और खतरनाक हो सकता है। ऐसे में केक, पेस्ट्री, बिस्किट, जैम, चॉकलेट के सेवन से बचना चाहिए।
चावल: चावल में मौजूद ग्लूटेन प्रोटीन थायरॉयड रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है। इस प्रोटीन से भरपूर फूड्स के सेवन से शरीर में थारॉक्सिन हार्मोन ज्यादा बनने लगता है और एंटीबॉडीज की कमी हो जाती है।
