Colorectal Cancer: कैंसर को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि ये एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है और धीरे-धीरे बढ़ती चली जाती है। दुनिया भर में आंत का कैंसर (कोलोरेक्टल कैंसर) तीसरा सबसे आम कैंसर है, जो बहुत तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक रिसर्च के मुताबिक, कैल्शियम और विटामिन से भरपूर दूध आंत के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, रोजाना एक गिलास दूध पीने से आंत के कैंसर का खतरा 17 फीसदी तक कम हो सकता है।

कैल्शियम से आंत कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत कम

शोधकर्ताओं ने कहा कि प्रतिदिन 300 मिलीग्राम कैल्शियम का सेवन करने से आंत कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत कम हो जाता है, जबकि फोर्टिफाइड सोया दूध जैसे कैल्शियम के गैर-डेयरी स्रोतों का भी ऐसा ही प्रभाव होता है।

अध्ययन की पहली लेखिका एवं ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की वरिष्ठ न्यूट्रिशनल एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. केरेन पेपियर के मुताबिक, यह स्टडी इस बात के पुख्ता सबूत देता है कि डेयरी उत्पाद कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में सहायक हो सकते हैं, जिसका मुख्य कारण उनमें मौजूद कैल्शियम है। उन्होंने कहा कि डेयरी और गैर-डेयरी दोनों स्रोतों में कैल्शियम का समान प्रभाव पाया गया, जिससे पता चलता है कि यह जोखिम को कम करने के लिए जिम्मेदार मुख्य कारक था।

दुनिया का तीसरा सबसे आम कैंसर

आंत कैंसर दुनिया में तीसरा सबसे आम कैंसर है, जो हर साल लगभग 2 मिलियन मामलों और एक मिलियन मौतों का कारण बनता है।  दुनिया भर में युवा लोगों में आंत कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। 2040 तक इसके 3.2 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें मृत्यु दर बढ़कर 1.6 मिलियन तक हो जाएगी।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 16 साल से अधिक उम्र की 5 लाख से ज्यादा लड़कियों में 97 प्रकार के आहार और आंत कैंसर पर उनके प्रभाव की पहचान की है। नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल के अनुसार , 17 सालों तक की गई इस स्टडी में 12,251 लोगों ने भाग लिया था, जिसमें पाया गया कि कैल्शियम से भरपूर फूड्स का सेवन करने से आंत के कैंसर का खतरा कम होता है, जबकि शराब और लाल मांस खाने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, पनीर या आइसक्रीम से पोषक तत्व प्राप्त करने से जोखिम में उतनी कमी नहीं देखी गई। इसके अलावा शोधकर्ता यह जांच नहीं कर पाए कि कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से भी वही लाभ मिलता है या नहीं।

कोलन कैंसर के लक्षण

  • मल में खून
  • मल की आदतों में बदलाव
  • पेट में दर्द
  • बिना किसी कारण के वजन कम होना
  • कमजोरी और थकान महसूस होना
  • भूख न लगना

इसके अलावा भारत में महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का रिस्क तेजी से बढ़ रहा है। WHO के मुताबिक, सर्वाइकल कैंसर को दुनिया का चौथा आम कैंसर है, जो महिलाओं को सबसे अधिक प्रभावित कर रहा है।