खाने के बाद खट्टी डकार और सीने में जलन से अधिकतर लोग परेशान रहते हैं। गर्मी में ये परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है। पाचन से संबंधित इस परेशानी को एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) के नाम से भी जाना जाता है। एसिड रिफ्लक्स के चलते लोग अपनी मन पसंद चीजें खाने से परहेज करने लगते हैं तो वहीं, कइयों को कई बार खाना तक स्किप करना पड़ता है। हालांकि, खाना स्किप करना या खाने से परहेज़ करना इस बीमारी का उपचार नहीं है।
भूख लगने के बावजूद सीने में जलन और गले में एक अजीब सी चुभन के चलते लोग खाने का एक निवाला तक गले से नीचे नहीं उतार पाते हैं। अगर आप भी इस तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं तो बता दें कि घर कि रसोई में रखी कुछ खास चीजें आपके लिए मददगार साबित हो सकती हैं।
इससे पहले आपको बतातें हैं कि खट्टी डकारें आने के मुख्य कारण कौन-कौन से हैं।
क्यों आती हैं खट्टी डकार?
- एसिड रिफ्लक्स के कई कारण हो सकते हैं। जैसे-
- भूख से अधिक खाना खा लेना
- ज्यादा मसालेदार या तैलीय भोजन करना
- खाना खाने के तुरंत बाद लेटना या सो जाना
- निवाले को बिना ठीक से चबाए जल्दबाजी में निगल लेना
- अधिक शराब का सेवन करना
- समय पर खाना नहीं खाना भी इन कारणों में शामिल है
- इन सब से अलग आंत में भोजन का सही तरीके से ना टूटना या आंतों में गैस बनने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।
कैसे दूर होगी परेशानी?
खट्टी डकार और सीने में जलन से छुटकारा पाने के लिए आपकी रसोई में मौजूद कुछ चीजें बेहद असरदार साबित हो सकती हैं जैसे-
- खट्टी डकार आने पर आप पुदीने की कुछ पत्तियां चबा सकते हैं। इससे आपके पेट को तो ठंडक मिलेगी ही, साथ ही जलन की समस्या भी दूर हो जाएगी।
- अच्छे पाचन के लिए हींग को सबसे असरदार माना जाता है। ऐसे में खट्टी डकार आने पर आप एक ग्लास पानी में थोड़ा सी हींग मिलाकर पी लें, इससे आपको तुरंत आराम मिलेगा।
- रोजाना थोड़ी सी अदरक चबाने से भी खट्टी डकार आने की दिक्कत में आराम मिलता है।
- अगर खट्टी डकार आने की समस्या सुबह-सुबह ज्यादा होती है, तो इससे आराम पाने के लिए आप पानी में थोड़ा सा नींबू मिलाकर भी पी सकते हैं।
- खट्टी डकार और सीने में जलन को कम करने के लिए मुलेठी भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। इसे चबाने से आपको जल्द ही आराम मिल सकता है।
- इन सब से अलग सौंफ और मिश्री को एक साथ मिलाकर खाने से भी इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।