नट्स का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इनमें हेल्दी फैट्स, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी बचाते हैं। कई रिसर्च में ये साबित हो चुका हैं कि ड्राई फ्रूट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और हमारी डाइट में इन्हें शामिल करना हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक ड्राई फ्रूट सेहत के लिए उपयोगी हैं लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि इनमें कैलोरी ज्यादा होती है जो वजन को बढ़ा सकती है।

ड्राई फ्रूट्स में बादाम और अखरोट सबसे ज्यादा लोकप्रिय और पौष्टिक माने जाते हैं। बादाम विटामिन E, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। यह न केवल दिल को मजबूत रखता है बल्कि त्वचा को ग्लोइंग बनाने और दिमागी क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। दूसरी ओर अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स का बेहतरीन स्रोत है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है, सूजन को कम करता है और हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है। कुल मिलाकर, रोजाना सीमित मात्रा में भिगोकर बादाम और अखरोट का सेवन करना शरीर, दिल और दिमाग तीनों के लिए अमृत समान है।

अपोलो अस्पताल के सीनियर गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. खन्ना का कहना है कि रात भर पानी में भीगे हुए बादाम या अखरोट को सुबह खाली पेट खाया जाए तो ये शरीर पर अमृत की तरह असर करते हैं। भीगे हुए नट्स आसानी से पच जाते हैं, इनके पोषक तत्व बेहतर तरीके से अवशोषित होते हैं और यह दिल, दिमाग और एनर्जी के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि पोषक तत्वों से भरपूर अखरोट और बादाम में कौन सा ड्राई फ्रूट ज्यादा बेहतर होता है।

बादाम कैसे दिमाग और याददाश्त के लिए दवा है ?

भीगे हुए बादाम में विटामिन E और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं, जो दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ाने और याददाश्त तेज करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में इसे ब्रेन टॉनिक माना गया है। मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम को शांत रखता है, जिससे स्ट्रेस और थकान कम होती है। रोजाना 6–8 भीगे बादाम लेने से फोकस बढ़ता है और मानसिक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही ये एंटीऑक्सीडेंट्स की मदद से न्यूरॉन्स की सुरक्षा करते हैं और लंबे समय तक दिमाग को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं।

बादाम पाचन और वजन कंट्रोल करने के लिए भी है असरदार

भीगे हुए बादाम हल्के पचते हैं और पेट पर भारी नहीं पड़ते। इन के भिगोने से छिलका नर्म हो जाता है और विटामिन E और मिनरल्स का अवशोषण बेहतर होता है। यह फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे कब्ज या पेट में गैस की समस्या कम होती है। प्रोटीन और हेल्दी फैट्स की वजह से लंबे समय तक पेट भरा रहता है और अचानक भूख नहीं लगती,  इसलिए ये वजन कंट्रोल करने में मददगार हैं। प्री-वर्कआउट स्नैक के रूप में भी ये ड्राई फ्रूट एनर्जी देता हैं, बिना शुगर लेवल बढ़ाए।

अखरोट के दिल और सूजन के लिए फायदे

अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और ब्लड वेसल्स को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से शरीर में सूजन घटाते हैं और दिल की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। रोजाना 2 भीगे हुए अखरोट लेने से दिल की सेहत में सुधार होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से बचाव करते हैं और हृदय संबंधी जोखिम को कम करते हैं।

अखरोट से ब्रेन की हेल्थ में करें सुधार

अखरोट में न्यूरोप्रोटेक्टिव कंपाउंड और पॉलीफेनॉल्स पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं और उम्र बढ़ने के साथ होने वाली संज्ञानात्मक गिरावट को धीमा करते हैं। इनका आकार मस्तिष्क जैसा प्रतीत होता है और वास्तव में ये ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं। रात भर अखरोट को भिगोने से स्वाद कम कड़वा होता है और पोषक तत्व आसानी से अवशोषित होते हैं। अखरोट स्मृति, एकाग्रता और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में बेहद उपयोगी हैं।

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