बॉडी में कुछ भी परेशानी होने पर डॉक्टर कुछ टेस्ट कराने की सबसे पहले सलाह देते हैं जिसमें CBC, LFT, KFT, Blood Sugar Test, Thyroid, विटामिन B12 और विटामिन D का टेस्ट कराने के लिए कहते है। इन टेस्ट रिपोर्ट को देखने के बाद ही इलाज शुरु करते हैं। इन टेस्ट रिपोर्ट में ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जिनकी बॉडी में विटामिन बी 12 और विटामिन डी की कमी होती है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतनी बढ़ी आबादी में विटामिन बी 12 और विटामिन डी की कमी क्यों होती है।
बात करें विटामिन बी 12 की कमी की तो इसके लिए डाइट में विटामिन बी 12 नहीं होना, विटामिन बी 12 के अवशोषण में समस्या, हॉर्मोनल असंतुलन,मल्टीपल मेडिकेशन, पेट या आंतों की सर्जरी और आनुवांशिक कारणों की वजह से भी बॉडी में विटामिन बी 12 की कमी होने लगती है।
बॉडी में विटामिन बी 12 की कमी होने पर जो लक्षण दिखते हैं उनमें शामिल है नर्व में कमी होना, स्किन का पीला पड़ना, स्किन का निकलना, कमजोरी और थकान होना,नर्व में सेंसेशन कम होना, बैलेंस बिगड़ना, मुंह में अल्सर होना, जुबान कट जाना,आंखों से कम दिखाई देने जैसे लक्षण दिखते हैं।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर ने बताया बॉडी में इन लक्षणों के दिखते ही आप तुरंत विटामिन बी 12 का टेस्ट कराएं। बॉडी में इसकी कमी होने पर आप तुरंत अपनी डाइट में बदलाव करें। डाइट में कुछ फूड्स का सेवन करके आप आसानी से बॉडी के लिए जरूरी इस विटामिन की कमी की भरपाई कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि बॉडी में विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिए वेजिटेरियन और नॉनवेज खाने वाले कौन-कौन से फूड्स का सेवन कर सकते है।
मांसाहारी के लिए विटामिन बी 12 रिच फूड्स | |
खाद्य पदार्थ | विटामिन बी 12 (mcg) |
मांस (चिकन, गोमांस, भेड़) | 2.0 – 5.0 |
मछली (सैल्मन, टूना, सार्डिन) | 2.0 – 4.0 |
अंडे | 0.6 – 1.0 |
दूध और दही | 0.5 – 1.2 |
लिवर (मांस का अंग) | 70.0 – 80.0 |
शाकाहारी के लिए विटामिन बी 12 रिच फूड्स | |
खाद्य पदार्थ | विटामिन बी 12 (mcg) |
फोर्टिफाइड पौष्टिक अनाज | 1.5 – 6.0 |
फोर्टिफाइड सोया मिल्क/आल्मंड मिल्क | 1.0 – 2.5 |
फोर्टिफाइड ताजे नाश्ते (जैसे टोफू) | 1.0 – 2.0 |
फोर्टिफाइड नाचो चिप्स | 0.5 – 1.0 |
फोर्टिफाइड एनर्जी बार | 1.0 – 2.0 |
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