नवरात्रि का त्योहार आ गया है और भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ 9 दिनों तक उपवास करने की योजना बना रहे हैं। 9 दिनों के उपवास के दौरान लोग डांडिया खेलते हैं तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का सेवन करते हैं और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना करते हैं। क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए नवरात्रि के व्रत रखना थोड़ा जोखिम भरा होता है। डायबिटीज,ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए नवरात्रि के दौरान फास्ट करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है।

दिल के मरीजों को खासतौर पर अपनी सेहत का ध्यान रखना होता है। उपवास के दौरान खान-पान में कई तरह के बदलाव आते हैं जिसका सीधा असर हमारे दिल की सेहत पर भी देखने को मिलता है। उपवास में दिल की समस्याओं वाले लोगों को अतिरिक्त सावधान रहने की जरूरत होती है। रूबी हॉल क्लिनिक के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.अभय सोमानी ने कहा कि अंतर्निहित दिल से संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए नवरात्रि के दौरान उपवास करना चुनौतियां पैदा कर सकता है। आइए जानते हैं कि नवरात्र के दौरान उपवास करने से दिल की सेहत पर कैसा असर पड़ता है।

पवास करने से दिल की सेहत पर प्रभाव

उपवास संभावित रूप से ब्लड शुगर,हाई ब्लड प्रेशर और समग्र दिल की सेहत पर असर डालता है। उपवास के दौरान हम खाने-पीने से परहेज करते हैं जिससे बॉडी में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन की वजह से दिल के रोगों का खतरा अधिक रहता है। एक्सपर्ट के मुताबिक दिल के मरीज नवरात्रि के दौरान उपवास करने से परहेज करें। दिल के मरीज अगर उपवास करते हैं तो उसका बॉडी पर लम्बे समय तक असर रहता है। डाइट में अचानक से हुए बदलाव और उपवास के बाद कुछ फूड्स का अधिक सेवन करने से दिल की सेहत पर दबाव पड़ता है।

विशिष्ट पोषक तत्वों का अचानक प्रवाह या सोडियम के स्तर में परिवर्तन हृदय प्रणाली पर दबाव डाल सकता है, जिसके परिणामस्वरूप दिल से संबंधित परेशानियां बढ़ सकती हैं। एक्सपर्ट की माने तो दिल के मरीजों को उपवास नहीं करना चाहिए। अगर आप उपवास करते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें। एक्सपर्ट सोमानी ने सलाह दी है अगर आप अभी भी उपवास करने के लिए इच्छुक हैं तो हम आपको कुछ खास सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

दिल के रोगी उपवास कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें

  • जिस समय आप उपवास नहीं करते उस समय आप लिक्विड फूड्स का अधिर सेवन करें ताकि बॉडी हाइड्रेट रहे।
  • बैलेंस डाइट का सेवन करें। बैलेंस डाइट में आप फल,सब्जियों और नट्स का सेवन करें। पोषक तत्वों से भरपूर फल सब्जियां बॉडी को एनर्जी देते हैं और बॉडी में जरुरी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। इसका सेवन करने से बॉडी को खनिज और विटामिन मिलते हैं।
  • दिल को सेहतमंद रखना है तो आप ब्लड शुगर को रेगुलर चेक करें। डायबिटीज के मरीज उपवास के दौरान ब्लड शुगर को कंट्रोल करें।
  • हल्की एक्सरसाइज फिटनेस और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करती हैं। उपवास के दौरान तेज वर्कआउट करने से बचना चाहिए।