Diabetes, Health News: डायबिटीज की समस्या काफी आम हो गई है। यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है जो अधिक ब्लड शुगर का कारण बनता है। हार्मोन इंसुलिन ब्लड में शुगर को स्टोर करता है जिसे ऊर्जा के लिए उपयोग किया जाता है। डायबिटीज के साथ, आपका शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या यह प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग नहीं करता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने खान-पान का खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में जानिए आपके लिए मखाना खाना फायदेमंद है या नहीं। इस बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए। आइए जानते हैं इससे जुड़ी बातें-
ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है: ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक ऐसा स्केल है जो फूड्स में कार्बोहाइड्रेट की संख्या को ज़ीरो से 100 तक पहुंचाता है। यह दर्शाता है कि भोजन कितनी जल्दी किसी व्यक्ति के ब्लड शुगर को बढ़ाता है। जिन फूड्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) अधिक होता है वह डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड होने के कारण, मखाना ब्लड शुगर के लेवल को अच्छी तरह से मैनेज करने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, मखाना फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट में उच्च होता है जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस प्रकार, यह ग्लूकोज को बेहतर बनाने और ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है।
इसके अलावा, मखाना में उच्च मैग्नीशियम और कम सोडियम होता है जो डायबिटीज और मोटापे को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। चूंकि, डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोग होने की संभावना अधिक होती है, इसलिए उच्च मैग्नीशियम शरीर में ऑक्सीजन और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। बदले में यह हृदय रोग के खतरे को कम करता है।
वर्ल्ड जर्नल ऑफ डायबिटीज में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि मैग्नीशियम का अधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज वालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा, जिन लोगों में मैग्नीशियम की कमी होती है, उनमें इस बीमारी की संभावना अधिक होती है। तो, डायबिटीज वाले इस कमी को पूरा करने के लिए अपनी डाइट में मखाना जरू शामिल करें।

