बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान 59 साल की उम्र में भी अपनी फिटनेस और यंग लुक्स से करोड़ों फैंस को हैरान करते हैं। शाहरुख खुद ही अपनी डाइट का खुलासा किया था। उन्होंने बताया कि वह डेली के खाने में स्प्राउट्स, ग्रिल्ड चिकन, ब्रोकोली और थोड़ी मात्रा में दाल को शामिल करते हैं। यह साधारण सा खाना है और यही डाइट पैटर्न उनकी स्किन और एनर्जी का राज है।

गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. पाल मणिकम के मुताबिक, शाहरुख खान की डाइट न्यूट्रिशन से भरपूर है, जो उन्हें हेल्थ, फिट और जवान बनाए रखने में मदद करती है। ग्रिल्ड चिकन, ब्रोकोली, स्प्राउट्स और दाल जैसी चीजें न केवल एनर्जी देती हैं, बल्कि गट हेल्थ, मांसपेशियों की मजबूती और स्किन ग्लो के लिए भी कारगर हैं।

ग्रिल्ड चिकन

डॉ. पाल के मुताबिक, शाहरुख की डाइट में ग्रिल्ड चिकन सबसे अहम है, क्योंकि यह लीन प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियों की मरम्मत और मजबूती के लिए प्रोटीन जरूरी होता है। 100 ग्राम ग्रिल्ड चिकन में लगभग 30 ग्राम प्रोटीन मिलता है। यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और एनर्जी लेवल बनाए रखता है। चिकन आसानी से पचता है और बैलेंस्ड डाइट में फिट बैठता है, जिससे शरीर को ताकत मिलती है और उम्र के साथ होने वाली मांसपेशियों की कमजोरी कम होती है।

ब्रोकोली

शाहरुख की थाली में शामिल ब्रोकोली फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज जैसी दिक्कतों से बचाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में सूजन कम करते हैं और स्किन को हेल्दी ग्लो देते हैं। गट हेल्थ बेहतर रहने से शरीर में सूजन कम होती है और उम्र बढ़ने के लक्षण देर से दिखते हैं।

स्प्राउट्स

डॉ. पाल के मुताबिक, स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज विटामिन, मिनरल्स और डाइजेस्टिव एंजाइम्स से भरपूर होते हैं। यह आसानी से पच जाते हैं और शरीर को जरूरी न्यूट्रिशन देते हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स सेल्स को फ्री-रेडिकल डैमेज से बचाकर एंटी-एजिंग में मदद करते हैं। स्प्राउट्स खाने से एनर्जी लेवल बढ़ता है और शरीर को लंबे समय तक एक्टिव बनाए रखते हैं।

दाल

शाहरुख अपनी डाइट में दाल की छोटी मात्रा शामिल करते हैं। दाल में प्लांट प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स होते हैं, जो बैलेंस्ड डाइट के लिए जरूरी है। यह गट हेल्थ को बेहतर बनाकर पाचन को दुरुस्त रखती है। एनिमल प्रोटीन कम करना चाहने वालों के लिए दाल हेल्दी और टिकाऊ विकल्प है।

वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।