sesame seeds benefits: कब्ज आज के समय में एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या बन गई है। गलत खानपान, कम पानी पीना, भाग-दौड़ वाली लाइफस्टाइल और तनाव इसकी बड़ी वजहें हैं। कब्ज होने पर पेट में भारीपन, गैस, दर्द, एसिडिटी जैसी दिक्कतें होने लगती हैं, जो पाचन तंत्र को कमजोर कर देती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, हमारा खाना तभी शरीर को पूरा लाभ देता है जब पाचन अच्छी तरह काम करे। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि तिल (Sesame Seeds) कब्ज और पाचन से जुड़ी समस्याओं का प्राकृतिक इलाज है। तिल न सिर्फ आंतों की सफाई करता है बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। तो चलिए आचार्य बालकृष्ण से जानते हैं कब्ज से छुटकारा पाने के लिए तिल का सेवन कैसे करना है।
तिल कैसे करता है कब्ज का इलाज?
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार तिल पित्त और वात को संतुलित करता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। तिल में मौजूद तेल और हेल्दी फैट आंतों में नमी बनाए रखते हैं। इससे मल सॉफ्ट होता है और आसानी से बाहर निकल जाता है। तिल की यह खासियत उसे प्राकृतिक लैक्सेटिव यानी प्राकृतिक रूप से कब्ज दूर करने वाला पदार्थ बनाती है। इसमें मौजूद फाइबर आंतों की गति बढ़ाता है और पाचन तंत्र को सक्रिय करता है। इसका नियमित सेवन गैस, अपच और पेट फूलने जैसी परेशानियों से भी राहत देता है।
तिल के अन्य स्वास्थ्य लाभ
हड्डियों के लिए फायदेमंद
तिल में कैल्शियम और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। आयुर्वेद में तिल को ‘हड्डियों का टॉनिक’ कहा गया है। यह जोड़ों के दर्द और गठिया में भी राहत देता है।
स्किन के लिए बेस्ट
तिल का तेल त्वचा के लिए बेहद गुणकारी होता है। यह एक्जिमा, खुजली और त्वचा के सूखेपन को दूर करता है। स्किन को मुलायम और हेल्दी बनाता है।
दिल की सेहत में सुधार
तिल में हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो हार्ट को सुरक्षित रखते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
कमजोरी दूर करे
तिल शरीर की एनर्जी बढ़ाता है और थकान दूर करता है। आयरन से भरपूर होने की वजह से यह हीमोग्लोबिन बढ़ाकर एनीमिया में भी फायदेमंद है।
आंतों की सफाई करे
तिल शरीर की आंतरिक सफाई करता है। इसे डेली डाइट में शामिल करने से पाचन तंत्र हमेशा सक्रिय और हेल्दी रहता है।
कब्ज क्यों होता है?
लंबे समय तक कब्ज रहने से गैस, पेट दर्द, उल्टी, मतली और कई बार पाइल्स जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कब्ज तब होती है जब आंतों से मल आसानी से बाहर नहीं निकल पाता। इसकी मुख्य वजहें हैं –
- डाइट में फाइबर की कमी
- कम पानी पीना
- बहुत तला-भुना या भारी भोजन
- कम शारीरिक गतिविधि
- मानसिक तनाव
- कुछ दवाओं का प्रभाव
