खानपान का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है। यानी हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं, उसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। हालांकि, आज के समय में लोग बाहर की ऑयली और अनहेल्दी चीजों का सेवन ज्यादा कर रहे हैं जिसके चलते उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जल्दी अपनी चपेट में ले लेती हैं। इनमें कब्ज की परेशानी होना सबसे आम है।
कब्ज होने पर पेट हमेशा भारी-भारी रहता है, मल त्याग करने में बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ता है साथ ही पेट में ऐंठन और समय-समय पर असहनीय दर्द भी खूब परेशान करता है। वहीं, अगर आप भी इस तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं और तमाम तरह की दवाओं और चूर्ण के सेवन के बाद भी आपको इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
दरअसल, हाल ही में सद्गुरु के नाम से चर्चित ईशा फाउंडेशन के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) ने 7 ऐसे घरेलू नुस्खे बताए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में-
ऐसा भोजन करें जिसमें पानी की मात्रा ज्यादा हो
कब्ज से परेशान अधिकतर लोग कम पानी की मात्रा वाले भोजन का सेवन करते हैं फिर चाहे वो बर्गर, पिज्जा जैसा फास्ट फूड या नॉनवेज। वहीं, इस तरह का खाना सिस्टम में बहुत धीरे आगे बढ़ता है। ऐसे में सद्गुरु ऐसी चीजों का सेवन करने की सलाह देते हैं जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो। इसके लिए आप ताजे फल या सब्जियां खा सकते हैं। सब्जियों में 70 प्रतिशत से अधिक पानी की मात्रा मौजूद होती है, वहीं फलों में ये मात्रा और अधिक बढ़कर 90 प्रतिशत हो जाती है। इसके अलावा आप मेवे और अंकुरित चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इनके सेवन से पेट साफ करने में आसानी होती है।
मील्स के बीच में रखें गैप
अगर आप समय-समय पर किसी ना किसी चीज का सेवन करते रहते हैं, तो भी आपको कब्ज की समस्या से जूझना पड़ सकता है। ऐसे में अपनी हर मील के बीच में एक पर्यापत गैप बनाए रखें। हर वक्त खाने की आदत को बदलकर भी आप कब्ज से राहत पा सकते हैं।
भोजन की शुरुआत घी के साथ करें
घी एक लुब्रिकेंट है जो आहार नली को चिकना कर देता है। ऐसे में भोजन की शुरुआत घी के सेवन के साथ करें। इससे खाने का रास्ता आसान बनता है। हालांकि, घी और कार्बोहाइड्रेट को साथ में लेने से बचें। इन दोनों का साथ में सेवन करने से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में कोशिश करें की आप भोजन की शुरुआत एक चम्मच सादे घी या पहले निवाले के साथ घी मिलाकर करें। ऐसा करने से आपके मलाश्य में खाना चिपकेगा नहीं, जिससे पेट साफ करने में आसानी होगी।
दिन की शुरुआत नीम और हल्दी के साथ करें
सद्गुरु बताते हैं कि दिन की शुरुआत में नीम और हल्दी का सेवन करने से आपकी आहार नली हमेशा साफ रहती है। खाली पेट ये दोनों चीजें आपके सिस्टम को क्लीन करती हैं। हल्दी और नीम में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो पेट में मौजूद बैक्टीरिया से लड़कर अच्छी सेहत को बढ़ावा देते हैं। इसके लिए आप ताजी हल्दी और नीम की पत्तियों का पेस्ट तैयार कर इसका सेवन कर सकते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स के अधिक सेवन से बचें
बहुत अधिक मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से ये मलाश्य में चिपकने लगते हैं, जिससे फिर मल त्यागने में कठिनाई होने लगती है। ऐसे में सीमित मात्रा में ही इनका सेवन करें।
त्रिफला पहुंचाएगा फायदा
त्रिफला आयुर्वेद की तीन सबसे शक्तिशाली जड़ी बूटियों ‘विभीतकी’, ‘हरीतकी’ और ‘आंवला’ से मिलकर बनता है। आयुर्वेद में त्रिफला को आंत की गंदगी को साफ करने के लिए सबसे बेहतरीन उपचार माना गया है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इसे मजबूत औषधि बनाते हैं। इसके अलावा त्रिफला में पाए जाने वाले माइल्ड लेक्सेटिवेंस और एंटीऑक्सीडेंट्स पेट से संबंधित हर तरह की समस्याओं को दूर कर अंत में जमा गंदगी को पिघलाकर बाहर निकाल देने का काम करते हैं आप सादे पानी के साथ त्रिफला पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
अरंडी का तेल है मददगार
वहीं, अरंडी का तेल भी इस परेशानी से निजात दिलाने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आप 2 चम्मच अरंडी के तेल को गर्म कर दूध या पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। ये तेजी से आंतों में चिपके मल को साफ करने में असरदार है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।