हम जो भी खाना खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है, क्योंकि शरीर के लिए भोजन सबसे महत्वपूर्ण है, लेकिन जो हम खाना खाते हैं वह कितना हेल्दी है और वह हमारे शरीर के लिए कितने फायदेमंद है। इसका पता लगाना भी बहुत आवश्यक है। सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने एक इंटरव्यू में बताया कि मार्केट में कई प्रकार के हेल्दी फूड्स मिलते हैं, लेकिन मार्केट में मिलने वाले ये हेल्दी फूड्स हमेशा हमारी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है।
कौन से फूड्स सेहत के लिए फायदेमंद
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने एक सिंपल तरीका शेयर किया है। जिससे आप पता लगा सकते हैं कि कौन से फूड्स सेहत के लिए फायदेमंद हैं और उन्हें अपनी हेल्दी फूड्स की कैटगरी में रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि आज के समय में सोशल मीडिया और मार्केटिंग के माध्यम से विभिन्न हेल्दी फूड्स की भरमार है, ऐसे में यह समझना आवश्यक है कि कौन सा भोजन हमारे शरीर और पर्यावरण के लिए सही है।
रुजुता दिवेकर ने Tweak India के यूट्यूब चैनल पर एक्ट्रेस अहसास चन्ना से बातचीत करते हुए बताया कि फूड को पहचानने के दो तरीके हैं, जिनमें से एक है भाषा टेस्ट, अगर कोई खाना सच में आपके लिए अच्छा है, तो उसका नाम आपकी स्थानीय या क्षेत्रीय भाषा में जरूर होगा। उन्होंने बताया कि हमें ऐसा खाना खाना चाहिए जो हमारे आस-पास उगता हो और जिसे हमारी संस्कृति जानती हो। अगर किसी खाने का नाम सिर्फ अंग्रेजी में है और आपकी लोकल भाषा में नहीं है, तो वह आपके शरीर के लिए सही नहीं है।
प्रैगमैटिक न्यूट्रिशन की मुख्य पोषण विशेषज्ञ मीनू बालाजी ने कहा कि जब हम स्थानीय खाद्य पदार्थ चुनते हैं, तो हम अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हैं, स्थानीय किसानों को समर्थन देते हैं और ऐसे खाद्य पदार्थों से खुद को पोषित करते हैं जो अक्सर हमारे जीन के लिए बेहतर अनुकूल होते हैं। उन्होंने कहा, “हमारे आंत माइक्रोबायोटा हमारे पाचन तंत्र में रहने वाले खरबों सूक्ष्मजीव, भूगोल और आहार से भी आकार लेते हैं। समय के साथ ये सूक्ष्मजीव हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन के आधार पर विकसित होते हैं। यही कारण है कि अलग-अलग देशों में आबादी के बीच आंत माइक्रोबायोम अलग-अलग होते हैं।
ऐसे करें हेल्दी फूड्स का चयन
रुजुता ने पारंपरिक फलों, सब्जियों और व्यंजनों को खाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि यह फूड्स न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में जब आप किसी के हेल्दी फूड्स का चयन करें, तो ध्यान रखें कि वह स्थानीय, पारंपरिक और आपकी क्षेत्रीय भाषा में उसका नाम हो। यह न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होगा।