यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सभी की बॉडी में बनते हैं। इन टॉक्सिन को किडनी फिल्टर करके बॉडी से आसानी से बाहर भी निकाल देती है। यूरिक एसिड का बॉडी में बनना एक नैचुरल प्रोसेस है, लेकिन इसका बॉडी में जमा होना एक बीमारी है। बढ़ते यूरिक एसिड को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो गाउट का खतरा बढ़ने लगता है। गाउट एक तरह का अर्थराइटिस है जिसमें हड्डियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। इस दर्द की शुरुआत पैरों के अंगूठे से होती है। प्यूरीन डाइट का अधिक सेवन करने से बॉडी में इन टॉक्सिन की मात्रा बढ़ने लगती है।

यूरिक एसिड की वजह से पैर के अंगूठे में होने वाला दर्द शुरुआत में पैर में चोट लगने जैसा महसूस होता है जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। अगर पैर के अंगूठे का दर्द दो से तीन दिन में ठीक नहीं होता तो आप तुरंत यूरिक एसिड की जांच कराएं। अगर लम्बे समय तक आप यूरिक एसिड की जांच नहीं कराएंगे तो गाउट का खतरा बढ़ने लगेगा।

डायबिटीज एंड फिटनेस क्लीनिक के डॉक्टर अनुपम घोष के मुताबिक यूरिक एसिड की बीमारी के लिए डायबिटीज की बीमारी जिम्मेदार है। डायबिटीज की बीमारी एक साइलेंट किलर है जो दिल के रोग,किडनी,लंग्स और यूरिक एसिड की बीमारी का कारण बन सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक गाउट और डायबिटीज में गहरा संबंध है। आइए से जानते हैं कि गाउट और डायबिटीज के बीच क्या संबंध है और इस बीमारी को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।

गाउट और डायबिटीज का संबंध

गाउट की परेशानी में बॉडी में इंफ्लामेशन बढ़ने लगता है,ये बढ़ा हुआ इंफ्लामेशन डायबिटीज का कारण बन सकता है। अगर आपको पहले से डायबिटीज हैं तो यूरिक एसिड का स्तर हाई हो सकता है। टाइप-2 डायबिटीज के मरीज अक्सर मोटे होते हैं, मोटापा और बढ़ा हुआ फैट यूरिक एसिड हाई होने का कारण बनता है। अगर आपकी बॉडी में फैट ज्यादा है और इंसुलिन का स्तर भी ज्यादा है तो किडनी इन टॉक्सिन को बॉडी से बाहर निकालने में अस्मर्थ होती है जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।

हाई यूरिक एसिड गाउट का कारण बनता है। फ्रेमिंगम हार्ट स्टडी के मुताबिक जिन लोगों की बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर हाई था उनको यूरिक एसिड हाई होने का खतरा अधिक था। गाउट और डायबिटीज की बीमारी एक दूसरे से जुड़ी हुई है। अगर आपको डायबिटीज है तो आपको गाउट होने का खतरा रहता है। अगर आपको गाउट है तो आपको डायबिटीज हो सकती है।

गाउट और डायबिटीज को कैसे करें कंट्रोल

  • यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से गाउट का खतरा बढ़ता है। अगर आप डायबिटीज और गाउट की बीमारी से बचना चाहते हैं तो अपना वजन कंट्रोल करें।
  • डायबिटीज है तो उसे कंट्रोल करें गाउट का खतरा अपने आप टल जाएगा। अगर यूरिक एसिड है तो उसे कंट्रोल करें डायबिटीज का खतरा अपने आप टल जाएगा।
  • दोनों बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए आप अल्कोहल का सेवन करना बंद कर दीजिए।
  • बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए आप वॉक कीजिए, साइकिल चलाएं, सीढ़ियां चढ़ें तो आपका यूरिक एसिड और डायबिटीज दोनों कंट्रोल रहेगा।
  • पानी का अधिक सेवन कीजिए। पानी का अधिक सेवन डायबिटीज और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार है। पानी का अधिक सेवन करने से बॉडी की डिहाइड्रेशन कंट्रोल रहेगी।
  • डाइट में प्रोसेस फूड्स और शुगर वाले ड्रिंक्स का सेवन करना पूरी तरह बंद कर दें।
  • ब्रेड, पास्ता और सफेद चावल का सेवन यूरिक एसिड और डायबिटीज दोनों को बढ़ा सकता है।