खाने में फैटी फूड, मीट और जंक फूड्स का सेवन बिमारियों को बढ़ाता है। अक्सर डॉक्टर बॉडी को हेल्दी रखने के लिए फल और सब्जियों को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। सब्जियों का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि सब्जियों का सेवन अगर कच्चा किया जाए तो बॉडी को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं। कच्ची सब्जियों का सेवन वजन को कम करने और बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए बेहद उपयोगी है।

कच्ची सब्जियां फाइबर से भरपूर होती है जो पाचन को दुरुस्त करती हैं और बॉडी को एनर्जी देती है। वेट लॉस जर्नी में रॉ वेजिटेबल का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। इन सब्जियों को खाने से बॉडी को एनर्जी मिलती है। आमतौर पर लोग सब्जियों का सेवन पकाकर ही करते हैं। सब्जियां पकाकर खाने में मजेदार लगती हैं। कुछ सब्जियां जैसे गाजर,मूली, चुकंदर,टमाटर और प्याज ऐसी सब्जियां हैं जिनका सेवन हम अक्सर सलाद के रूप में कच्चा करते हैं।

आप जानते हैं कि कुछ कच्ची सब्जियां आपकी सेहत को बिगाड़ सकती हैं। हाल ही में 39 वर्षीय रशियन इंफ्लुएंसर की मौत कच्चे फल और सब्जियों का सेवन करने से हुई है। वो पिछले 10 सालों से सिर्फ कच्चे फल और सब्जियां खा रही थीं।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. डिंपल जांगड़ा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके बताया है कि सब्जियों का सेवन कच्चा करना सेहत के लिए खतरनाक है। एक्सपर्ट ने बताया है कि कच्ची सब्जियां ई कोली (E coli), टैपवार्म (एक प्रकार का सूक्ष्म कीड़ा) और टैपवार्म एग जैसे परजीवियों और बैक्टीरिया का घर हैं। एक्सपर्ट ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके बताया है कि कच्ची सब्जियों का सेवन करने से ये बैक्टीरियां हमारी आंत,रक्तप्रवाह और मस्तिष्क में प्रवेश करने लगते हैं।

इन रॉ वेजिटेबल का सेवन करने से सिस्टीसर्कोसिस, दौरे, सिरदर्द और लिवर को नुकसान पहुंच सकता है। एक्सपर्ट ने बताया है कि इनका सेवन करने से मांसपेशियों में सिस्ट जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी पैदा हो सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन सी ऐसी सब्जियां है जिनका सेवन कच्चा नहीं करना चाहिए।

अरबी के पत्ते कच्चे नहीं खाएं

अरबी का पत्ता जिसका सेवन अक्सर लोग सलाद के रूप में या फिर फ्राई करके करते हैं। इन पत्तों का सेवन भूलकर भी कच्चा नहीं करें। एक्सपर्ट ने बताया कि आप जब भी ये पत्ते खाएं तो इन्हें पहले गर्म पानी में उबाल लें। पालक और केल का सेवन भी कभी कच्चा नहीं करें उन्हें भी उबाल कर ही उनका सेवन करें। इन पत्तों में ऑक्सालेट का स्तर हाई होता है इसलिए इन्हें हल्के गुनगुने पानी में पहले उबाल लें। इन पत्तो में मौजूद ऑक्सालेट यौगिक ना सिर्फ सेहत पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं बल्कि गले में गंभीर जलन भी पैदा कर सकते हैं। थ्राइव के सीईओ और संस्थापक,फंक्शनल न्यूट्रिशनिस्ट मुग्धा प्रधानने बताया कि इन पत्तों में मौजूद ऑक्सालेट्स को ख़त्म करने के लिए इन्हें किसी अम्लीय चीज़ के साथ पकाया जाना चाहिए।

पत्ता गोभी कच्चा नहीं खाएं

पत्ता गोभी एक आम सब्जी है जिसका सेवन अक्सर लोग सलाद के रुप में कच्चा करते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि पत्तागोभी का सेवन लोग कच्चा नहीं करें। पत्तागोभी टेपवर्म और टेपवर्म एग के लिए माकूल जगह है। इन सुक्ष्म परजीवियों को नग्न आंखों से नहीं देखा जाता। ये सुक्ष्म परजीवी सिर्फ सब्जियों को धोने से नहीं निकलते बल्कि इन्हें हल्के गुनगुने पानी में भिगोना पड़ता है जब जाकर इनसे मुक्ति मिलती है। इस सब्जी का कच्चा सेवन थॉयराइड के मरीजों के लिए बेहद हानिकारक है।

भूलकर भी नहीं खाएं कच्चा शिमला मिर्च

शिमला मिर्च का सेवन भूलकर भी कच्चा नहीं करें। इस मिर्च के बीजों में टेपवर्म अंडों का घर भी हो सकता हैं जो सब्जी के अंदर जीवित रहते हैं। अगर आप कच्चा इसका सेवन करेंगे तो ये आपके पेट में चले जाएंगे और आपको बीमार बना देंगे। इसका सेवन पकाकर करें पाचन दुरुस्त रहेगा।

बैंगन को कच्चा नहीं खाएं

डॉ. जांगड़ा ने कहा कि बैंगन एक ऐसी जटिल सब्जी है जिसका सेवन भूलकर भी कच्चा नहीं करना चाहिए। बैंगन के बीज टेपवर्म के अंडों का भी घर होते हैं जो बॉडी में दाखिल होकर शरीर को बीमार बना सकते हैं। इस सब्जी में मौजूद परजीवियों, टेपवर्म और टेपवर्म अंडों को मारने के लिए इसे अच्छी तरह से पकाना जरूरी है। इस सब्जी का कच्चा सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याओं और जोड़ों के दर्द की परेशानी बढ़ सकती है।