Ramzan 2020 Healthy Tips: जैसा कि हमें पता है रमजान का रोजा शुरू होने वाला है। इस्लामिक धर्म के अनुसार, इस साल भारत में रमज़ान का महीना 24 या 25 अप्रैल से शुरू होने की उम्मीद है। स्वस्थ लोगों के लिए रोजा रखना मुश्किल नहीं होता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना पड़ेगा। यदि डायबिटीज के मरीज रोजा रखना चाहते हैं तो उनको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, वरना उनकी सेहत प्रभावित हो सकती है। आइए जानते हैं रमजान के महीने में डायबिटीज के मरीजों को किन नियमों का पालन करना चाहिए-
डायबिटीज चेक करते रहें: जो लोग रमजान के महीने में रोजा रखने के बारे में सोच रहे हैं वह अपनी डाइबिटीज के लेवल को रोजाना चेक करते रहें। डाइबिटीज के लेवल के अनुसार ही अपनी डाइट का ध्यान रखें। यदि आपके ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पानी पिएं: डायबिटीज के मरीज यदि रोजा रखते हैं तो उन्हें अपने शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। रोजा के दौरान सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले पानी नहीं पिया जाता है, ऐसे में बाहर ना निकलें या फिर धूप में ना जाएं, वरना शरीर में पानी की कमी हो सकती है जो नुकसानदायक साबित हो सकती है।
सहरी खाना ना भूलें: रमजान के दौरान सूर्योदय से पहले खााए गए खाने को सहरी कहते हैं। कई लोग सहरी खाना स्किप कर देते हैं। लेकिन डायबिटीज के मरीज भूलकर भी सहरी खाना ना भूलें। ऐसा करने से पूरे दिन भूख लगेगी और शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी, जिसके कारण शरीर में ब्लड शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।
तनाव ना लें: रमजान के दौरान आपको सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। यदि आप अधिक सोचते हैं, चिंता करते हैं तो आपका तनाव बढ़ता है। तनाव बढ़ने से डायबिटीज का लेवल भी बढ़ता है, साथ ही ब्लड प्रेशर भी हाई हो जाता है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में तनाव या किसी भी बात की टेंशन लेने से बचें।