Diabetes Risk: सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ खानपान के साथ ही बैलेंस्ड डाइट भी बेदह जरूरी है। इससे तात्पर्य है कि लोगों की डाइट में हर तरह के पोषक तत्वों का समावेश होना चाहिए। किसी भी न्यूट्रिएंट्स की कमी कोई बीमारी का कारण बन सकता है। प्रोटीन भी इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है जो आमतौर पर दाल, पनीर, राजमा, साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। प्रोटीन की कमी से लोगों में डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। CDC के अनुसार 45 या उससे अधिक उम्र के लोगों में या फिर जो लोग अधिक वजनदार हैं अथवा कम सक्रिय हैं, उनमें डायबिटीज यानी मधुमेह के ज्यादा मामले देखे जा सकते हैं। ऐसे में इन लोगों को प्रोटीन से भरपूर डाइट लेने की सलाह दी जाती है।
क्यों प्रोटीन है जरूरी: अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन द्वारा हाल ही में किये गए शोध के अनुसार ब्लड शुगर को शरीर एब्जॉर्ब कर सके, इसके लिए प्रोटीन का होना बेहद आवश्यक है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन रेजिजटेंस में भी प्रोटीन अहम भूमिका निभाता है। प्रोटीन की कमी से लोगों में प्री-डायबिटीज का खतरा भी बनता है। शरीर में शुगर को बैलेंस करने के लिए भी प्रोटीन जरूरी है।
वजन कम करने में मददगार: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मोटापा से जूझ रहे लोगों में डायबिटीज का खतरा ज्यादा हो जाता है। ऐसे में लोगों को अपने वजन पर नियंत्रण रखने के लिए डाइट में प्रोटीन को शामिल करना चाहिए। प्रोटीन की उच्च मात्रा भोजन के बाद ब्लड शुगर में अचानक होने वाले इजाफा को रोकने में कारगर है। फूड क्रेविंग को रोकने में भी ये मददगार है, इससे लोग ओवर ईटिंग से बचते हैं और मोटापा के साथ ही डायबिटीज का खतरा कम होता है।
किस तरह का प्रोटीन होगा फायदेमंद: डाइट में प्रोटीन को शामिल करने का सबसे बेहतर तरीका है कि लोग साबुत खाना खाएं। जिन प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों में सैचुरेटेड फैट उच्च मात्रा में पाया जाता है, उनसे परहेज करें। इसके अलावा, स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए लीन प्रोटीन और प्लांट बेस्ड प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीज सोया फूड्स और तोफु खाएं। वहीं, नट्स, काले चने, सफेद चने, दाल और क्विनोना खाना भी फायदेमंद होगा।
इतना प्रोटीन जरूरी: इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल के मुताबिक रोजाना भारतीयों को 0.8 से लेकर 1 ग्राम तक प्रोटीन खाना चाहिए।