खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमारी गट हेल्थ को भी प्रभावित करता है। खराब डाइट से मतलब है कि प्रोसेस फूड, शुगर वाले फूड, प्रसंस्कृत फूड, रेड मीट, फ्राइड फूड, चॉकलेट,ऑयली और मसालेदार फूड का लगातार सेवन करने से गट हेल्थ प्रभावित होती है। डाइट में प्रिजर्वेटिव्स,आर्टिफिशियल कलर और स्वीटनर्स का इस्तेमाल पेट की हेल्थ के लिए घातक है। इन फूड्स का सेवन गट के माइक्रोबायोम स्वास्थ्य के लिए घातक होता है। ये फूड पाचन तंत्र को पूरी तरह प्रभावित करते हैं जिनकी वजह से कब्ज, गैस, एसिडिटी,अपच और पाचन से जुड़ी और भी कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। 

इस तरह के फूड्स का रोजाना सेवन करने से आंत में हानिकारक बैक्टीरिया पैदा होते हैं जो गुड बैक्टीरियां को कम कर देते हैं। आंत में हानिकारक बैक्टीरिया पैदा होने से आंत की सेहत बिगड़ने लगती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक कुछ फूड्स का सेवन करने से आंत से जुड़ी परेशानियों को दूर किया जा सकता है और आंत की गंदगी को भी साफ किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन से चार नेचुरल तरीके हैं जो आंत की सेहत में सुधार करते हैं।

गट हेल्थ के लिए बॉडी को रखें हाइड्रेटेड

डाइजेस्टिव ट्रैक को डिटॉक्स करना चाहते हैं तो पानी का सेवन ज्यादा करें।  पेट से टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए हर दिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं। अपने दिन की शुरुआत 2 गिलास गर्म पानी पीकर करें। सुबह-सुबह गर्म पानी का सेवन आपकी आंत को क्लीन करेगा और आंत से हानिकारक बैक्टीरिया को बाहर करेगा। पानी ज्यादा पिएंगे तो यूरिन के जरिए बॉडी से टॉक्सिन जल्दी बाहर निकलेंगे।

आंत के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन है जरूरी

आंत की हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए रोजाना प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।  प्रोबायोटिक फूड आपके पेट के लिए बेस्ट हैं जिनका सेवन करने से गट में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है और खराब बैक्टीरिया मर जाते हैं। प्रोबायोटिक फूड में आप दही, अचार, टोफू और प्रोबायोटिक्स सब्जियों का सेवन करें। इन फूड में फायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं जो आंत के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।

फाइबर का सेवन बढ़ाएं

फाइबर का सेवन ज्यादा करें आपकी गट हेल्थ दुरुस्त रहेगी। डाइट में फाइबर वाले फूड्स का सेवन करने से आंत से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, पाचन दुरुस्त रहता है और कब्ज से निजात मिलती है। फाइबर से भरपूर फूड्स में आप फल, सब्जियां, फलियां और साबुत अनाज जैसे फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। इन फूड्स के साथ सलाद का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। फाइबर का सेवन बढ़ाने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा मौसमी फलों का सेवन करें।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करें

इंटरमिटेंट फॉस्टिंग का चलन आजकल जोरों पर है। ये फास्टिंग मोटापा को कंट्रोल करती है और गट हेल्थ को भी दुरुस्त करती है। कुछ घंटों का उपवास करने से आपके पाचन को ठीक होने का समय मिलता है। इस फॉस्टिंग को करने से पाचन रस में बढ़ोतरी होती है और पाचन दुरुस्त रहता है। ये फॉस्टिंग पाचन को दुरुस्त करती है और वजन भी कम करती है।