मुंह की साफ सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है वरना छोटी सी लापरवाही कैंसर जैसी बीमारी को जन्म दे सकती है। अक्सर लोगों का मानना है कि ओरल हाइजीन से मतलब केवल दांतों की समस्याओं तक ही सीमित है, लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है। हम सभी जानते हैं कि खराब ओरल हेल्थ दिल के रोगों का कारण बनती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुंह की साफ-सफाई को नजरअंदाज करना कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के विकसित होने का खतरा है। हाल ही में हुई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि खराब ओरल हेल्थ का संबंध सिर, गर्दन तथा मुंह के कैंसर के विकास के बीच सीधा संबंध है।
खराब ओरल हाइजीन से मतलब है दांतों को दिन में दो बार नियमित रूप से ब्रश न करना, फ्लॉस न करना, मुंह की दुर्गंध और सफेद परत को दूर नहीं करना, दांतों में प्लाक और स्टार्टर का जमना, मसूड़ों से खून आना या सूजन को अनदेखा करना,दांतों में कैविटी या सड़न होना खराब ओरल हाइजीन है।
खराब ओरल केयर समय के साथ मसूड़ों की बीमारी पेरियोडोंटाइटिस को जन्म देती है, जो मसूड़ों के ऊतकों में एक क्रोनिक संक्रमण बन सकती है। यह संक्रमण आपके मुंह के क्षेत्र में लगातार सूजन का कारण बनता है। सूजन के कारण कोशिकाओं और ऊतकों को लंबे समय तक नुकसान होता है जो कैंसर युक्त कोशिकाओं के विकास की प्रक्रिया को जन्म देता है। शोध यह दर्शाता है कि जिन रोगियों को मसूड़ों की बीमारी होती है उनमें मुंह, पेट और इसोफेगस का कैंसर विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। गंदे मुंह में पनपने वाले बैक्टीरिया रक्त प्रवाह में फैल सकते हैं, जिससे पूरे शरीर में सूजन हो सकती है और यह सूजन कैंसर के जोखिम को बढ़ा देती है।
आकाश हेल्थकेयर में डायरेक्टर, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में डॉ. अरुण कुमार गिरी ने बताया मुंह की साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाए तो दो तरह के कैंसर खासतौर पर होते हैं। एक सर्वाइकल कैंसर तो दूसरा ओरल कैविटी कैंसर होता है। अगर ओरल हाइजीन और डेंटल हाइजीन अच्छा नहीं है तो ओरल बैक्टीरिया कैंसर का कारण बन सकते हैं। अगर दोनों तरह के कैंसर का स्टेज-1 में पता चल जाए तो आसानी से इलाज किया जा सकता है। बॉडी में लक्षण दिखने के बाद अगर मरीज 6 महीनों तक बीमारी के लक्षणों को इग्नोर करें तो ये कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है और इसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं ओरल हाईजीन से जुड़े सारे सवाल और जवाब भी जो कैंसर की पहचान,उसकी रोकथाम और बचाव करने में मदद कर सकते हैं।
क्या मसूड़ों की सूजन या बार-बार छाले भी खतरे का संकेत हो सकते हैं?
डॉक्टर ने बताया मसूड़ों की सूजन या फिर बार-बार छाले आना कई बार खतरे के संकेत हो भी सकते हैं और नहीं भी हो सकते है। एक्सपर्ट ने बताया हमारे देश में लोग ओरल हाइजीन को लेकर ज्यादा सतर्क नहीं है। लोग पान मसाला, पान, गुटखा खाते हैं और साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते। बात करें मसूड़ों की सूजन की तो इसके लिए पायरिया और कॉमन इन्फेक्शन जिम्मेदार होता है। मुंह के छालों के लिए मल्टी विटामिन की कमी होना जिम्मेदार होता है।
मुंह के बैक्टीरिया कैसे कैंसर का कारण बनते हैं?
एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर आप ओरल हाइजीन का ध्यान नहीं रखते, जैसे कि खाने के बाद कुल्ला नहीं करते या लंबे समय तक दांतों की सही तरीके से देखभाल नहीं करते, तो मुंह से दुर्गंध (बदबू) आने लगती है। ऐसा मुंह में जमा बैक्टीरिया और सड़न के कारण होता है। हालांकि सभी प्रकार के बैक्टीरिया सीधे तौर पर कैंसर का कारण नहीं बनते, लेकिन ये बैक्टीरिया कैंसर के विकास में मदद कर सकते हैं। ये शरीर में सूजन और संक्रमण को बढ़ावा देते हैं, जिससे कैंसर सेल्स को बढ़ने का अनुकूल माहौल मिल सकता है। इसलिए, नियमित रूप से ब्रश करना, खाने के बाद कुल्ला करना, और समय-समय पर डेंटिस्ट से जांच करवाना जरूरी है ताकि मुंह के बैक्टीरिया और संक्रमण को नियंत्रित रखा जा सके।
- ओरल कैंसर के लक्षणों की पहचान कैसे करें
- मुंह में छाले आना
- मुंह खोलने में परेशानी होना, ये परेशानी गुटखा खाने वालों को होती है
- घाव का हफ्तों तक नहीं भरना
- मुंह से गंदी बदबू आना
- जीभ का टेढ़ा होना मुंह के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
कैंसर से बचाव के लिए मुंह की सफाई कैसे करें
मुंह की सफाई का ध्यान रखें। खाने के बाद कुल्ला करें।
नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करें
प्रोबायोटिक फ़ूड्स जैसे दही, फर्मेंटेड फूड्स का सेवन करें
शुगर का कम सेवन करें
तंबाकू, गुटखा, सिगरेट और शराब से परहेज़ करें
हर 6 महीने में डेंटल चेकअप कराएं
डाइट में करें सुधार
कैंसर से बचाव करना चाहते हैं तो डाइट में सुधार करें। डाइट में हरी सब्जियां और फल खाएं।
रंगीन फलों का सेवन करें। ये सभी फूड बॉडी में विटामिन और आयरन की कमी को पूरा करते हैं।
लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव
स्मोकिंग और अल्कोहल को अवाइड करें।
शार्प टीथ है जो गाल और होंठों को नुकसान पहुंचा रहा है वो कैंसर का कारण बन सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
किसी तरह का डेंचर अगर आपने पहना है जो नुकसान पहुंचा रहा है तो उसे अवॉइड करें।
तंबाकू के साथ सुपारी और चूना खाना बेहद खतरनाक है।
ओरल हाइजीन का ध्यान रखना जरूरी है।
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