Fit India Movement 2019, National Sports Day : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ (Fit India Movement) की शुरुआत की। इस मौके पर इंदिरा गांधी नेशनल स्टेडियम से देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज की जेनरेशन हाथों में टेक्नोलॉजी पहनकर बात करती है मैंने 10000 स्टेप्स चल लिया, फिर कुछ दिन बाद 5000 स्टेप्स फिर सब खत्म यानी ढाक के तीन पात।
पीएम मोदी का ये कमेंट वास्तव में सबके लिए जरूरी है। हम सभी को ये सोचना चाहिए कि Fit India Movement के तहत अगर हम रोज 10000 कदम चलते हैं तो स्वस्थ रहेंगे। तो आइए हम आपको बताते हैं कि इस मुहिम और प्रतीक्षा का हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभ है:
वजन (Weight Loss) कम होगा, हृदय (Healthy Heart) सही काम करेगा और आप मुस्कुराएंगे
रोजाना 10000 स्टेप्स लेना कई स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने में मदद करता है। 2017 के एक अध्ययन से पता चला है कि जब वजन कम करने की बात आती है, तो हर दिन 10,000 स्टेप्स लेना उतना ही प्रभावी होता है जितना कि सप्ताह में 30 मिनट का वर्कआउट करना। रोजाना शारीरिक गतिविधि करने से आपके शरीर की लगभग हर प्रणाली को ताकत मिलती है। कॉम्प्रिहेंसिव फिजियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से कई स्वास्थ्य समस्याएं कम हो जाती हैं। हार्ट डीजिज हो या स्ट्रोक या फिर डिप्रेशन और कब्ज हर तरीके की समस्याओं को कम करता है। इसलिए रोजाना कम से कम 10000 स्टेप्स जरूर चलें।
हार्ट समस्या कम करता है: जो लोग 10000 स्टेप्स लेते हैं उनकी तुलना में जो लोग 10000 स्टेप्स लेते हैं उनके हार्ट में ब्लड का फ्लो बेहतर रहता है। स्ट्रोक और हार्ट अटैक आने का खतरा भी कम हो जाता है। इसके अलावा आप रोजाना एरोबिक्स भी कर सकते हैं। यह भी बेहतर उपाय होता है।
अब स्थिति क्या है?
टेक्नोलॉजी ने हमारी ये हालत कर दी है कि हम चलते कम हैं और अब वही टेक्नोलॉजी हमें गिन-गिन के बताती है कि आज आप इतने steps चले, अभी 5 हजार Steps नहीं हुए, 2 हजार Steps नहीं हुए, अभी और चलिए: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 29, 2019
बॉडी फैट कम होता है: 10000 के लगभग स्टेप्स लेने वाले लोगों के शरीर में फैट एकत्रित नहीं होता है। बल्कि फैट अधिक तेजी से बर्न होता है। जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय रहते हैं या फिर रोजाना 10000 स्टेप्स लेते हैं उनके शरीर में फैट का जमाव नहीं होता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल होता है: जो इंसान खाने के बाद 10,000 स्टेप्स चलता है उनके ब्लड में ग्लूकोज और इंसुलिन की प्रतिक्रिया कम हो जाती है। साथ ही ब्लड में शुगर का लेवल भी कंट्रोल हो जाता है जिसके कारण कार्डियोवस्कुलर डीजिज होने का खतरा कम हो जाता है।
दिमाग सही तरीके से काम करने लगता है: रोजाना 10000 स्टेप्स लेना या फिर किसी प्रकार की भी शारीरिक गतिविधि करना मानसिक रूप से इंसान को सक्रिय रखने में मदद करता है। इसके अलावा याददाश्त को बढ़ाता है और तनाव, डिप्रेशन और चिंता जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। द जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, एक्सरसाइज या फिर वॉकिंग हिप्पोकैम्पस में नई कोशिका वृद्धि को भी प्रेरित कर सकता है, जो मस्तिष्क को नियंत्रित करता है।
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