पेशाब करते समय जलन या दर्द होना कई बार लोग छोटी-मोटी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। पेशाब करते समय जलन केवल डिहाइड्रेशन या संक्रमण के कारण ही नहीं होती है, बल्कि किडनी की समस्याओं, मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI) और शुगर जैसी बीमारियों का भी शुरुआती लक्षण हो सकता है। सैफी हॉस्पिटल, मुंबई के यूरोलॉजिस्ट, डॉ. मंगेश पाटिल ने बताया कि एक यूरोलॉजिस्ट के तौर पर मुझसे सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल यही होता है ‘डॉक्टर साहब’, पेशाब करते वक्त बहुत जलन होती है। मेडिकल भाषा में इसे डिस्यूरिया (Dysuria) कहते हैं, और ये किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
डॉ. मंगेश पाटिल ने बताया कि पेशाब में जलन को हल्के में न लें ये शरीर का एक तरीका है आपको चेतावनी देने का। जितनी जल्दी डॉक्टर से मिलेंगे, उतनी ही जल्दी इलाज होगा और परेशानी से राहत मिलेगी। उन्होंने पेशाब में जलन के पीछे छुपी 4 आम बीमारियां के बारे में बताया है, जिनकी समय रहते पहचान और देखभाल जरूरी है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)
UTI खासतौर पर महिलाओं में बहुत कॉमन है। इसमें बैक्टीरिया यूरिनरी सिस्टम में घुस जाते हैं, जिससे दर्द, बार-बार पेशाब लगना और जलन होती है। इस समस्या से बचाव के लिए खूब पानी पिएं, सफाई का ध्यान रखें और सेक्स के बाद पेशाब जरूर करें।
सेक्स से फैलने वाले इंफेक्शन (STIs)
क्लैमाइडिया, गोनोरिया जैसे संक्रमण भी पेशाब में जलन का कारण बन सकते हैं। इससे बचने के लिए सुरक्षित सेक्स करें, कंडोम का इस्तेमाल और रेगुलर STI टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है।
ब्लैडर स्टोन
कभी-कभी यूरिन में मौजूद मिनरल्स जमा होकर पथरी बना लेते हैं, जिससे पेशाब करते वक्त जलन और दर्द होता है। ऐसी स्थिति में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और पेशाब से जुड़ी समस्याओं का इलाज समय पर करवाएं।
प्रोस्टेट में सूजन (Prostatitis – सिर्फ पुरुषों में)
प्रोस्टेट में सूजन की वजह से भी पेशाब में जलन, पेल्विक एरिया में दर्द और रुक-रुक कर पेशाब आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में रेगुलर इजेकुलेशन, हाइड्रेटेड रहना और इंफेक्शन्स का समय पर इलाज जरूरी है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
- पानी भरपूर पिएं- रोजाना कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें- टॉयलेट के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें और प्राइवेट पार्ट्स को साफ रखें।
- सुरक्षित सेक्स- कंडोम का इस्तेमाल करें और रेगुलर चेकअप करवाएं।
- ब्लैडर को दबाएं नहीं- पेशाब को ज्यादा देर तक रोकें नहीं और पेशाब करते वक्त पूरा ब्लैडर खाली करें।
वहीं, जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल के कारण तनाव होता है और इससे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।