थायरॉयड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जिसकी वजह से शरीर में हार्मोन्स का विकास होता है। यह ग्रंथि शरीर के कई हिस्सों के कार्यप्रणाली को भी नियंत्रित करती है। थायरॉयड को बढ़ावा देने वाले हार्मोन शरीर को सक्रिय रखते हैं और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं और साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ भी रखते हैं। यही थायरॉयड अगर बढ़ जाए तो पीड़ित को मोटापा, थकावट और शरीर में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। थायरॉयड कोई ऐसी समस्या नहीं है कि जिसका इलाज ना हो सके। हम अपने खान-पान का ध्यान रखकर भी इस समस्या को नियंत्रित रख सकते हैं। इसलिए कुछ ऐसे फूड्स हैं जिनका सेवन जरूर करें जिनमें मौजूद पोषक तत्व थायरॉयड की समस्या को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।
नट्स:
अध्ययन बताते हैं कि सेलेनियम की कमी थायराइड विकारों का एक प्राथमिक कारण हो सकता है। ऐसे में नट्स का सेवन आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में सेलेनियम मौजूद होता है।
सेब और सिट्रस फ्रूट्स:
सिट्रस फ्रूट्स और सेब पेक्टिन में समृद्ध होते हैं, एक जिलेटिनस फाइबर जो शरीर से हेवी मेटल्स को साफ करने में मदद करता है, विशेष रूप से मर्करी, जो उन थायरॉयड हार्मोन से जुड़ा होता है जो थायरॉयड को बढ़ावा देता है।
दाल और कद्दू का बीज:
जिंक थायरॉयड हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण है और थायरॉइड हार्मोन के संश्लेषण के लिए आवश्यक भी होता है। वास्तव में, इस मिनरल्स की कमी से हाइपोथायरॉयडिज्म हो सकता है। इसलिए दाल और कद्दू का बीज का सेवन करना चाहिए क्योंकि इनमें जिंक अधिक मात्रा में होता है।
दही और संतरे का जूस:
दही और संतरे का रस विटामिन डी के बढ़िया स्रोत हैं। विटामिन डी एक प्रमुख हार्मोन जैसा पदार्थ होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को रेगुलेट करने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी हाशिमोटो की बीमारी के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है। हाशिमोटो एक ऑटोइम्यून स्थिति है जो हाइपोथायरायडिज्म का सबसे आम कारण है। इसलिए इन फूड्स को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।