बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कई बीमारियां भी होने लगती हैं। कुछ ऐसी बीमारी होती हैं जिसमें हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। साथ ही कई बार दिमाग भी काम करना बंद कर देता है। जब दिमाग काम करना बंद कर देता है तो जाहिर सी बात है कि वह शरीर के बाकी हिस्सों में खुद को नियंत्रित नहीं कर पाएगा। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो समझ लें कि ये पार्किंसंस रोग के लक्षण हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हमारे देश के संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 1 लाख लोगों में से 13 लोग हर साल इस बीमारी से पीड़ित होते हैं। इससे बचने और इसके निदान के लिए आपको अपने खान-पान का ध्यान रखना होगा। आपको अपने आहार में अधिक से अधिक विटामिन बी12 को शामिल करना होगा।

क्यों जरूरी है विटामिन बी12

आहार विशेषज्ञ हमेशा आहार में विटामिन बी12 को शामिल करने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही शरीर को अंदर से मजबूत रखने के लिए विटामिन बी12 भी बहुत जरूरी होता है। डेयरी उत्पादों के साथ चिकन, मछली, अंडे, खमीर के साथ रेड मीट में विटामिन बी पाया जाता है। यदि आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आप विटामिन बी12 की सही मात्रा ले रहे हैं या नहीं, तो आप किसी विशेषज्ञ की सलाह से सप्लीमेंट ले सकते हैं।

युवाओं के लिए बेहद खास है बी 12

वयस्कों के लिए विटामिन बी12 बहुत जरूरी है। रेल रक्त कोशिकाएं विटामिन बी12 से बनती हैं। इसके अलावा, विटामिन बी डीएनए के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे पार्किंसन रोग होने की संभावना कम हो जाती है। विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थों में मछली, केकड़ा, सोया दूध, टोफू, कम वसा वाले डेयरी, पनीर और अंडे शामिल हैं। दूध विटामिन बी 12 का एक अच्छा शाकाहारी-अनुकूल स्रोत है और बी 12 की कमी वाले लोगों की मदद करने में विशेष रूप से प्रभावी है।

क्या कहता है मेडिकल साइंस

कम विटामिन बी 12 वाले लोग पार्किंसंस रोग के शुरुआती चरणों में इसके प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इसके अलावा विटामिन बी12 कम होने के कारण मरीजों के अंगों में सुन्नपन और दिमाग का काम कम होता है। इससे यह अनुमान लगाया जाता है कि पार्किंसन के लक्षणों ने शरीर को घेर लिया है।

बुढ़ापे में पार्किंसंस रोग से बचने के लिए अपने आहार में अधिक से अधिक विटामिन बी12 को शामिल करें। इससे शरीर में सुन्नता, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। इसलिए विटामिन बी12 भी एक तरह का पूरक है, जो शरीर को इस बीमारी से दूर रखने में मदद करता है। अगर आप सप्लीमेंट के तौर पर विटामिन बी12 को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो आपको एक बार किसी जानकार से सलाह जरूर लेनी चाहिए।