आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटी, पेड़-पौधों और फूल-पत्तियों का जिक्र किया गया है, जिनके इस्तेमाल से गंभीर से गंभीर बीमारियों से लड़ा जा सकता है। इन्हीं में से एक है परिजात का फूल। मान्यता है कि परिजात का पेड़ समुद्र मंथन के दौरान बाहर निकलता था। ऐसे में हिंदू धर्म में इस फूल का इस्तेमाल खासकर पूजा-पाठ के दौरान किया जाता है। हालांकि, धार्मिक महत्व से अलग आयुर्वेद में सेहत के लिहाज से भी परिजात के फूल को किसी औषधि से कम नहीं माना गया है।

आयुर्वेद के मुताबिक, ये फूल कई गंभीर बीमारियों से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

मधुमेह रोगियों के लिए है फायदेमंद

मधुमेह यानी डायबिटीज की परेशानी से जूझ रहे मरीजों के लिए परिजात का फूल बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, इस फूल में एंटी डायबिटिक प्रभाव होते हैं। इसके अलावा कुछ शोध में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि परिजात फूल की पंखुड़ियों का अर्क तेजी से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में असरदार है। ऐसे में हाई ब्लड शुगर से परेशान लोग 10-30 मिली पारिजात के पत्ते का काढ़ा बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

गठिया के दर्द से दिलाता है आराम

आयुर्वेद की मानें तो इस फूल की पंखुड़ियों और पत्तों में विशिष्ट तरह का ऑयल मौजूद होता है, जो जोड़ो के दर्द से राहत दिलाने में असरदार है। इसके अलावा परिजात के फूल में सूजनरोधी गुण भी पाए जाते हैं, जो गठिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। ऐसे में दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए आप इन फूलों से तैयार ऑयल से मसाज कर सकते हैं।

वायरल बुखार पर भी असरदार

बीते कुछ समय में डेंगू, मलेरिया जैसे वायरल बुखार के मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। वहीं, कई अध्ययनों के नतीजे बताते हैं कि पारिजात के पत्ते, छाल और फूल इस तरह के वायरल बुखार के असर को कम करने में भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इतना ही नहीं, ये डेंगू और चिकनगुनिया बुखार से पीड़ित होने पर प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में भी आपकी मददगार साबित हो सकते हैं।

फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को करता है कम

पारिजात के फूल में विटामिन सी और ई सहित कई एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

स्ट्रेस को करता है कम

पारिजात के फूल से बनी हर्बल टी तनाव को कम कर दिमाग शांत करने में असरदार है। इसकी सुगंध ब्रेन की मसल्स को आराम पहुंचाती हैं। साथ ही, ये नींद से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी असरदार है।

इम्यूनिटी करे बूस्ट

इन सब के अलावा पारिजात के फूल और पत्तियां में इथेनॉल पाया जाता है, जो आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में मददगार है। ऐसे में अगर आप बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो इस स्थिति में भी पारिजात के फूल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।