सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइज़ेशन (CDSCO) ने 50 से ज़्यादा दवाइयों को ‘स्टैंडर्ड क्वालिटी’ से बाहर बताया है। यानी ऐसी दवाइयों का उपयोग हानिकारक हो सकता है। चिंता की बात यह है कि इन दवाइयों में पैरासिटामोल (Paracetamol), पैन डी (Pan D) और कैल्शियम सप्लीमेंट (Calcium supplements) जैसी सामान्य दवाएं शामिल हैं। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइज़ेशन (CDSCO) ने अपनी अगस्त माह की रिपोर्ट में ऐसी कई दवाइयों की पहचान की है जिन्हें NSQ अलर्ट (Not of Standard Quality Alert) के तहत रखा गया है।
किन दवाइयों के नाम हैं?
इन दवाइयों में विटामिन सी और डी3 टैबलेट,शेल्कल (Shelcal) विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी सॉफ्टजेल,एंटी-एसिड पैन-डी,पैरासिटामोल टैबलेट, एंटी-डायबिटिक दवा ग्लिमेपिराइड (Glimepiride) और हाई ब्लड प्रेशर की दवा टेल्मिसर्टन ( Telmisartan) शामिल हैं। राज्य के ड्रग ऑफिसर हर महीने ऐसी सैंपल इकट्ठा करते हैं जो घटिया दवाओं से जुड़े संभावित खतरों को सामने लाते हैं। इस ही आधार पर NSQ अलर्ट जारी होता है। दवाओं की घटिया क्वालिटी का कारण इसके बनने का खराब तरीका, नामुनासिब क्वालिटी और कैमिकल का गलत उपयोग होता है।
दिल्ली के सीके बिरला अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के प्रमुख सलाहकार डॉ. नरेंद्र सिंघला के मुताबिक घटिया दवाएं गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती हैं। डॉ. सिंघला ने बताया कि जब API (Active Pharmaceutical Ingredients) का स्तर गलत होता है या जब संदूषण होता है, तो ये दवाएं दर्द या बुखार जैसी स्थितियों का प्रभावी ढंग से इलाज नहीं कर पाती हैं और यहां तक कि सेहत पर गलत असर भी डाल सकती हैं।”
घटिया दवाओं से हो सकती है कई स्वास्थ्य समस्याएं
घटिया दवाएं लेने के सबसे बड़े खतरों में से एक है लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम। उदाहरण के लिए, पैरासिटामोल (Paracetamol) का इस्तेमाल दर्द और बुखार के इलाज के लिए बड़े पैमाने पर लोग करते हैं लेकिन API का असंगत स्तर, कैमिकल का गलत उपयोग बड़े जोखिम पैदा कर सकता है।
डॉ. सिंघला चेतावनी देते हैं कि ऐसी कम गुणवत्ता वाली दवाओं के लंबे समय तक इस्तेमाल से लीवर को नुकसान और किडनी के खराब होने के खतरे होते हैं। उन लोगों के लिए यह और भी खतरनाक है जो लगातार दवाइयों पर निर्भर हैं।
डॉ. सिंघला सलाह देते हैं कि अपनी दवा की बैच संख्या और समाप्ति तिथि की जांच करना उचित है। अगर आपके पास ऐसी दवाई है जिसकी क्वालिटी पर चिंता जताई गई है तो उसे ना लें। अगर आपको संदेह है कि आप पैरासिटामोल (Paracetamol) या Pan D के की अलर्ट वाली खैप का इस्तेमाल कर रहे है तो इसे तुरंत बंद कर दें। हमेशा दवाओं पर ISO (अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन) या WHO-GMP (विश्व स्वास्थ्य संगठन गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) जैसे प्रमाण जांचना जरूरी है।
पैरासिटामॉल से लेकर मेटफॉर्मिन तक, CDSCO के रैंडम क्वालिटी चेक में फेल हुईं ये 50 दवाएं
अब क्या करें?
यह एक अच्छी बात है कि बाजार में दर्द से राहत और बुखार कम करने के लिए वैकल्पिक दवाएं मौजूद हैं। डॉ. सिंघला बताते हैं कि अन्य प्रतिष्ठित ब्रांड और दवाएं उपलब्ध हैं जिनके क्वालिटी चेक काफी सख्त होते हैं। दवाएं बदलने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
DISCLAIMER: यह लेख सार्वजनिक डोमेन में मौजूद है और इंडियन एक्सप्रेस द्वारा बात किए गए विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। कोई भी दिनचर्या शुरू करने से पहले हमेशा अपने स्वास्थ्य चिकित्सक से सलाह लें।