हमारा शरीर एक मशीन की तरह है, जिसमें हर छोटा-बड़ा अंग अपनी जगह अहम काम करता है। जब हम समय पर खाना खाते हैं, अच्छी नींद लेते हैं और संतुलित दिनचर्या अपनाते हैं, तो शरीर बिना रुके सही तरह से चलता रहता है। लेकिन कई बार हमारी कुछ छोटी-छोटी गलत आदतें शरीर के एक बेहद जरूरी अंग पैंक्रियास को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाने लगती हैं। पैंक्रियास ऐसा अंग है जो दिखता नहीं, दर्द भी तुरंत नहीं देता, लेकिन जब बिगड़ता है तो पाचन से लेकर ब्लड शुगर तक सब कुछ गड़बड़ा सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम समय रहते इसकी सेहत को लेकर सतर्क हो जाएं।
पैंक्रियास क्या है और क्यों है इतना जरूरी?
पैंक्रियास पेट के पीछे की ओर स्थित एक छोटा लेकिन बेहद महत्वपूर्ण अंग है। यह पाचन और हार्मोन से जुड़े कई जरूरी कार्य करता है। हम जो भी भोजन करते हैं, पैंक्रियास उसे शरीर की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। इसके साथ ही यह पाचन को बेहतर बनाता है और खून में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में अहम भूमिका निभाता है। पैंक्रियास पाचन एंजाइम्स और इंसुलिन का उत्पादन करता है। ऐसे में यदि इसमें कोई गड़बड़ी होती है, तो पाचन खराब होना, ब्लड शुगर बढ़ना, हार्मोन असंतुलन और यहां तक कि गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
पैंक्रियास की सेहत का रखें खास ध्यान
पैंक्रियास भले ही पीछे बैठकर चुपचाप काम करता हो, लेकिन जब हम इसकी कार्यप्रणाली में बार-बार बाधा डालते हैं, तो इसकी लय बिगड़ जाती है। इससे पाचन संबंधी गंभीर बीमारियां, डायबिटीज और कुछ मामलों में कैंसर तक का खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं वे आदतें जो पैंक्रियास को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं।
लंबे समय तक भूखे रहना
सुबह का नाश्ता छोड़ देना, काम की जल्दबाजी में खाना स्किप कर देना, जरूरत से ज्यादा सख्त डाइटिंग करना या बार-बार कठिन व्रत-उपवास रखना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि जरूरत से ज्यादा खाने से ज्यादा नुकसान लंबे समय तक भूखे रहने से होता है। जब आप भूखे रहते हैं, तो लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और वह ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल बनाने लगता है। यही कोलेस्ट्रॉल आगे चलकर गॉलस्टोन (पथरी) का रूप ले सकता है, जो पैंक्रियास में फंसकर उसे नुकसान पहुंचाता है। इसलिए कोशिश करें कि कम मात्रा में ही सही, लेकिन समय पर भोजन जरूर करें। खासकर रात को खाली पेट सोने से बचें।
नींद की कमी
अच्छी और भरपूर नींद सिर्फ शरीर ही नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी जरूरी होती है। देर रात तक जागना, अनिद्रा या नींद का बार-बार टूटना पैंक्रियास के काम में बाधा डालता है। नींद की कमी इंसुलिन के उत्पादन को प्रभावित कर सकती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए रोजाना 7–8 घंटे की गहरी और शांत नींद लेना बेहद जरूरी है।
बेवजह दवाइयों का सेवन
दर्दनिवारक गोलियां, एसिडिटी की दवाएं या अन्य ओवर-द-काउंटर मेडिसिन्स जिन्हें लोग बिना डॉक्टर की सलाह के लेते रहते हैं, पैंक्रियास और लिवर दोनों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान और शराब का सेवन भी पैंक्रियास के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ये आदतें धीरे-धीरे इन अंगों को गंभीर क्षति पहुंचाती हैं।
निष्कर्ष
पैंक्रियास की सेहत बनाए रखने के लिए समय पर खाना, अच्छी नींद, संतुलित जीवनशैली और दवाओं का सीमित व सोच-समझकर इस्तेमाल बेहद जरूरी है। किसी भी समस्या या लक्षण को नजरअंदाज न करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर
यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
