आंतों में कमजोरी है,आंतों में अल्सर की परेशानी है,पेट में दर्द की शिकायत रहती है और यूरिन की समस्या से भी परेशान हैं तो आप अपनी आंत की सेहत को दुरुस्त कर लें। अगर आपको हर समय पेट फूला हुआ महसूस होता है या पेट में भारीपन महसूस होता है तो ये आंत की गड़बड़ी के लक्षण हो सकते हैं। जिन लोगों को अक्सर कब्ज रहता है,दो से तीन बार मल डिस्चार्ज होता है,सांसों से दुर्गंध आती है तो उन्हें आंतों से जुड़ी परेशानी हो सकती है। आंतों से जुड़ी परेशानी होने पर खाना पचता नहीं,मल बंधा हुआ आता है,कभी कब्ज तो कभी लूजमोशन होता है। आंत में खराबी होने पर पेट में गैस,भूख कम लगना,वजन कम होना,थकान,कमजोरी, सुस्ती, हल्का बुखार,पेट फूलना और पेट में गुड़गुड़ की आवाज़ आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक पेट से जुड़ी परेशानी को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बेहद असरदार साबित होती है। पलाश का फूल जिसे टेसू के फूल के नाम से भी जाना जाता है,अगर इस फूल का सेवन खास तरीके से किया जाए तो आंतों की परेशानी का उपचार किया जा सकता है।
पलाश के फूल में एक एसट्रिनजेंट गुण मौजूद होता है जिसकी वजह से ये पेचिश और दस्त जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। यह सिर्फ फूल नहीं है, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंतों की परेशानी में टेसू के फूल का सेवन कैसे करें।
आंतों की परेशानी में पलाश का फूल का सेवन कैसे करें
आंतों की परेशानी को दूर करने में पलाश के फूल का सेवन जादुई असर करता है। पलाश के फूल का सेवन करने के लिए आप आप 5-10 पलाश के फूल लें। इन फूलों को आधा लिटर पानी में मिट्टी के बर्तन में भिगो दें। सुबह इस पानी में मौजूद फूलों को थोड़ा सा मसल लें और पानी को छानकर उसका सेवन करें। इस पानी का सेवन करने से आंतों के अंदर की गर्मी और आंतों से जुड़ी परेशानी दूर होगी। इसका सेवन करने से आंतों में अल्सर दूर होगा। इसका सेवन करने से पेशाब खुलकर होगा और किडनी की सेहत भी दुरुस्त रहेगी। किडनी की परेशानी को दूर करने में इस पेड़ की छाल और फूल दोनों असरदार हैं।
पेट के कीड़ों का होता है उपचार
पलाश के बीज में एंटीवर्म गुण भी मौजूद होते हैं जिसकी वजह से ये पेट के कीड़ों को दूर करता है। इसका नियामित सेवन करने से पेट के संक्रमण का उपचार होता है। आप एक चम्मच पलाश के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट खाएं पेट के कीड़ों से निजात मिलेगी और पाचन दुरुस्त रहेगा।
लूज मोशन का होता है इलाज
पलाश के फूल में एसट्रिनजेंट गुण मौजूद होते हैं जो पेचिश और दस्त की परेशानी को दूर करने में असरदार साबित होते हैं। हर रोज़ पलाश के फूल का सेवन करने से पेट की समस्याएं दूर होती हैं।