Kidney Infection: शरीर के प्रमुख अंगों में से एक है किडनी जो बॉडी से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर का रास्ता दिखाता है। बीमारियों से दूर रहने के लिए किडनी का स्वस्थ रहना बेहद आवश्यक है। लेकिन खराब जीवन शैली की वजह से लोगों की किडनी भी प्रभावित होती है। लाखों लोग विभिन्न प्रकार के गुर्दे की बीमारियों के साथ रह रहे हैं और उनमें से अधिकांश को इसके बारे भनक तक नहीं है। यही कारण है कि गुर्दे की बीमारी को अक्सर एक ‘साइलेंट किलर’ के रूप में जाना जाता है।

गुर्द में इंफेक्शन से भी कई लोग पीड़ित होते हैं, आमतौर पर ये परेशानी तब पैदा होती है जब शरीर में खतरनाक बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। साथ ही, कुछ दवाइयों के इस्तेमाल से भी किडनी में संक्रमण का खतरा होता है। आइए जानते हैं इस स्वास्थ्य परेशानी के बारे में विस्तार से –

क्या है किडनी में इंफेक्शन की परेशानी: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक किडनी इंफेक्शन एक प्रकार का यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है जो यूरेथ्रा या ब्लैडर से शुरू होकर एक या दोनों किडनी तक पहुंचता है। इस इंफेक्शन में तुरंत अगर इलाज न हो पाए तो ये किडनी को पूर्ण रूप से डैमेज कर सकती है। इसके अलावा, ब्लड स्ट्रीम में फैलने का खतरा होता है जिससे जानलेवा संक्रमण हो सकता है।

किन कारणों से बढ़ती है चपेट में आने की संभावना: यूरेथ्रा के जरिये यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया प्रवेश कर जाते हैं जो वहीं पर मल्टीप्लाई होते हैं और किडनी तक पहुंच जाते हैं। वहीं, गलत खानपान और गंदा पानी पीने से भी इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

जानें लक्षण: विशेषज्ञों के अनुसार आमतौर पर पेशाब के जरिये इस स्वास्थ्य परेशानी का पता लगाया जा सकता है। यूरिन का रंग, गंध, मात्रा और कोई परेशानी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। बार-बार पेशाब की इच्छा, यूरिन पास करने के दौरान जलन या खून निकलना भी किडनी संक्रमण का लक्षण होता है।

इसके अलावा, बुखार, कंपकंपाहट, पेट और कमर के निचले हिस्से में दर्द, चक्कर आना, वोमिटिंग, कुछ खाने का मन न होना भी इस स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा करता है।

किन बातों का रखें ध्यान: एक्सपर्ट्स के मुताबिक किडनी इंफेक्शन के खतरे को कम करने के लिए खूब पानी पीयें। जब पेशाब जाने की इच्छा हो रुकें नहीं। निजी अंगों पर किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचें।